World Health Organization की पहल पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में "निरोगी भारत स्वस्थ भारत" की थीम पर मनाया ‘वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे’
वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे पर दो हजार से अधिक लोगों को किया जागरूक
मरीजों एवं उनके परिजनों को चिकित्सकों, नर्सिंग कर्मियों द्वारा हाथों को अच्छी तरह धोने के लिए सात स्टेप्स को करके दिखाया गया एवं स्वस्थ रहने के लिए हाथों की स्वच्छता से जुड़ी जानकारी दी गई ।
जयपुर | विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल पर जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के अस्पताल परिसर में वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में आने वाले रोगियों, उनके परिजनों और स्वास्थ्य कर्मियों को हाथों की स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करने और गंदे हाथों से होने वाले संक्रामक रोगों को रोकने के लिये बैनर पोस्टर्स के माध्यम से जागरूक किया गया। मरीजों एवं उनके परिजनों को चिकित्सकों, नर्सिंग कर्मियों द्वारा हाथों को अच्छी तरह धोने के लिए सात स्टेप्स को करके दिखाया गया एवं स्वस्थ रहने के लिए हाथों की स्वच्छता से जुड़ी जानकारी दी गई ।
कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कहा स्वस्थ एवं निरोगी रहने के लिए हमारी स्वच्छता और हाथों का स्वच्छ होना बहुत जरूरी है, हाथों के स्वच्छ नहीं होने पर शरीर में कई रोग होने की आशंका रहती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की आमजन को स्वस्थ रखने की पहल पर 5 मई को वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे दुनियाभर में मनाया जाता है। यह विशेष दिन आमजन को हाथों से होने वाले संक्रामक रोगों को फैलने से रोकने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में निरोगी भारत स्वस्थ भारत की थीम पर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य कर्मियों, रोगियों और उनके परिजनों को हाथों की स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षित करने और उन्हें नियमित रूप से हाथ धोने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया है।
अस्पताल अधीक्षक प्रोफेसर अनुपम श्रीवास्तव ने कहा हाथों से होने वाले इन्फेक्शन के कारण कई बीमारियां होती है इसके लिए राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के अस्पताल परिसर में वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया है। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. हरीश भाकुनी ने कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी संक्रमणों से बचाव के लिए हाथ धोने के महत्व पर जोर दिया है। उनके दिशा-निर्देशों के अनुसार, हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक अच्छी तरह धोना चाहिए। कोरोना महामारी के समय भी बीमारियों से बचने के लिए हाथों को अच्छी तरीके से धोने पर काफी जोर दिया गया था, क्योंकि यदि हाथ स्वच्छ है तो हम कहीं संकामक बीमारियों से बच सकते हैं।
आवासीय चिकित्सा अधिकारी डॉ आभा सिंह ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे पर हर वर्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में भी लोगों को बड़ी संख्या में जागरूक किया जाता है। इस वर्ष भी राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के अस्पताल की आईपीडी और ओपीडी में आने वाले रोगियों उनके रिश्तेदारों, संस्थान के स्वास्थ्य कर्मियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों को हाथ धोने से स्वस्थ एवं निरोगी रहने के महत्व से जुड़ी जानकारी 2000 से अधिक लोगों को दी गई। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के नर्सिंग स्टाफ द्वारा हाथ धोने के लिये 7 स्टेप्स के वीडियो को सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाएगा। वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे के अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के शिक्षक, चिकित्सक, विद्यार्थी, नर्सिंगकर्मी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
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