आधार कार्ड के लिए कतारों में लगने की मजबूरी
आधार सेंटरों पर उमड़ रही भीड़
शहर के डाक घरों में आधार कार्ड बनवाने व अपडेट करवाने के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ रही है।
कोटा । केस 1 - छावनी निवासी मुकेश कुमार अपने बेटे का आधार कार्ड बनवाने के लिए एरोड्राम स्थित डाकघर के आधार सेंटर पर गया था। यहां पर भीड़ के चलते उसका नम्बर नहीं आ पाया। शनिवार को यहां पर काफी भीड़ थी। आधार सेंटर पर मौजूद कर्मचारी ने अब सोमवार को बुलाया है। आधार कार्ड के बिना अब कोई काम नहीं होता है।
केस 2 - रायपुरा निवासी वृद्धा मांगी बाई ने आधार कार्ड में मोबाइल नम्बर जुड़वाना है। डाकघर में गई तो वहां पर लोगों की लम्बी कतार लगी हुई थी। भीड़ के चलते उसका नम्बर नहीं आ पाया। इस कारण निराश होकर लौटना पड़ा। आधार सेंटर के कर्मचारी से दूसरे दिन का नम्बर लगवा कर आई हूं। भीड़ के चलते उसे परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के डाक घरों में आधार कार्ड बनवाने व अपडेट करवाने के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ रही है। कई बार चक्कर लगाने के बावजूद लोगों का नबर नहीं आ रहा। परेशान लोग भोर होते ही घर से निकल कर कतार लगाने के लिए डाकघर पहुंच जाते हैं। हालांकि शहर में अन्य स्थानों पर भी आधार कार्ड बनाने व अपडेशन सेंटर हैं, लेकिन अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। हालात ऐसे हैं कि आधार सेंटरों के बाहर लाइन में बच्चे व बुजुर्ग भी लगे देखे जा सकते हैं। रोजाना डाकघरों के आधार सेंटर पर लोगों को आधार कार्ड बनवाने और अपडेशन के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।
रोजाना लगाना पड़ रहा चक्कर
धानमंडी स्थित मुख्य डाकघर परिसर में एक आधार सेंटर संचालित हो रहा है। यहां पर सुबह आठ बजे से ही लोगों की कतार लग जाती है। छावनी निवासी मंजू कुमारी ने बताया कि कि डाकघर में दो दिन से आधार बनवाने के लिए आ रही हूं। शनिवार को पहुंची तो काफी भीड़ लगी हुई थी। उसका नम्बर आने से पहले से समय समाप्त हो गया तो कर्मचारियों ने कहा कि अब कल आना। वहीं सावित्री ने बताया कि इससे पहले बैंक गए थे। वहां पर भी लोगों की भीड़ के चलते नम्बर नहीं आया। सुगना देवी ने बताया कि आधार कार्ड बनाने के लिए सुबह सात बजे ही घर से निकल गई थी।
समय कम होने से आती है दिक्कत
शहर के प्रमुख आठ डाकघरों में आधार सेंटर संचालित हो रहे हैं। इन सेंटरों पर नया आधार कार्ड बनवाने और या फिर कार्ड में करेक्शन से सम्बंधित कार्य होते हैं। इन सेंटरों पर केवल चार घंटे ही आधार कार्ड से सम्बंधित कार्य होता है। जिससे अधिकांश लोगों को बैरंग लौटना पड़ता है। पूर्व में आधार सेंटर सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलता था। गर्मी के मौसम को देखते हुए इसका समय बदलकर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे कर दिया गया है। यहां केवल चार घंटे ही कार्य होता है। जिससे सभी लोगों का नम्बर नहीं आ पाता है। ऐसे में कई लोग आधार कार्ड से सम्बंधित कार्य के लिए दूसरे दिन भी यहां का चक्कर लगाने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
दो दिन में भी नहीं आ रहा नम्बर
ग्रामीण क्षेत्रों आधार कार्ड बनवाने के संसाधन सीमित होते हैं। ऐसे में कई लोगों को आधार कार्ड बनवाने के लिए शहरों तक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इस समय राशन कार्ड में ई- केवाईसी के दौरान बच्चों व वृद्ध के बायोमेट्रिक में समस्याएं देखी जा रही है। इसे लेकर बायोमेट्रिक अपडेट के लिए आधार सेंटरों पर इन दिनों काफी भीड़ हो रही है। सुल्तानपुर क्षेत्र के चौमा मालियान, खेरुला, सुल्तानपुर उपडाक घर और पंचायत समिति में बायोमेट्रिक अपडेट का काम हो रहा है जहां दिनभर भीड़ लगी रहती है। भीड़ का आलम इतना रहता है कि लोगों को दो दिन में भी नम्बर नहीं आ रहा है।
इनका कहना है
शहर में करीब आठ डाकघरों में आधार सेंटर संचालित हो रहे हैं। इन सेंटरों पर सुबह 9 बजे से कार्य शुरू कर दिया जाता है। अभी एक बजे तक यह कार्य किया जाता है। क्योंकि डाकघरों में स्टाफ की कमी बनी हुई है। इसलिए चार घंटे का समय निर्धारित कर रखा है। नए स्टाफ की नियुक्ति होने पर ही समय में बढ़ोतरी हो सकती है।
- मनीष चौरसिया, प्रधान डाकपाल, मुख्य डाकघर धानमंडी
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