196 मकानों की योजना नहीं ले सकी मूर्त रूप
लाखेरी में बनने हैं हाउसिंग बोर्ड के मकान
आवेदन करने वाले लोगों को योजना के शीघ्र लागू होने की उम्मीद है।
कोटा। राजस्थान आवासन मंडल (हाउसिंग बोर्ड) की कोटा शहर में तो कोई नई आवासीय योजना नहीं है। लेकिन बूंदी जिले के लाखेरी में 196 मकानों की योजना बननी है। वह भी अभी तक मूर्त रूप नहीं ले सकी है। उप आवासन आयुक्त कोटा वृत्त की ओर से लाखेरी में आवासीय योजना लॉंच जानी है। हालांकि यह योजना नई नहीं है। पूर्व में जारी की गई योजना में शेष रहे भूखंडों को आवंटित किया जाना है। इसके लिए विभाग में लोगों ने आवेदन भी जमा करवा दिए हैं। सस्ते भूखंडों के लिए आवेदन जमा करवाए तो काफी समय हो गया है। लेकिन योजना को वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से यह अटकी हुई थी। योजना के तहत 196 भूखंड आवंटित किए जाने है। जिसके लिए विभाग ने लोगों से आवेदन आमंत्रित किए थे। आवेदन करने वाले लोगों को योजना के शीघ्र लागू होने की उम्मीद है।
कोटा में जमीन का टोटा
हाउसिंग बोर्ड के पास कोटा शहर में जमीन ही नहीं है। जिससे पिछले कई सालों से यहां कोई नई योजना लॉंच नहीं की गई है। बरसों पहले अंतिम योजना स्वामी विवेकानंद नगर बनाई गई थी। उसके बाद से कोई नई योजना नहीं बनी है। कोटा वृत्त में अधिकारियों व कर्मचारियों विशेष रूप से इंजीनियरों के पद रिक्त होने से कोईनया काम भी नहीं हो पा रहा है।
अभी तक कुछ नहीं हुआ
कोटा शहर में विभाग के पास जमीन नहीं होने से यहां कोई नई आवासीय व व्यवसायिक योजना नहीं बनी है। अंतिम योजना विवेकानंद नगर बनी थी।उसके बाद कुन्हाड़ी में एक चौपाटी बनाई गई है। हालांकि लाखेरी में 196 मकान बनाए जाने है। जिसके लिए आवेदन भी आ चुके है। लेकिन अभी तक मुख्यालय स्तर से उस संबंध में कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। जिससे इस योजना में अभी तक कुछ नहीं हुआ है। विभाग की ओर से तो पूरी तैयारी है। मुख्यालय से हरी झंडी मिलते ही प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया जाएगा।
- अमजद अहमद, कार्यवाहक उप आवासन आयुक्त कोटा वृत्त
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