नगर निगम के नो वेंडिंग जोन की अनदेखी, हर कोई चला रहा दुकान
एमबीएस व जेकेलोन अस्पताल के मुख्य द्वार से नहीं हट रहे अतिक्रमण
बार-बार अतिक्रमण हटाने से नगर निगम व केडीए की मशीनरी व मेन पावर का दुरुपयोग हो रहा है। बड़े वाहनों को मोड़ने में परेशानी होने लगी।
कोटा। शहर में स्थायी अतिक्रमणों के साथ ही अस्थायी अतिक्रमण अधिक समस्या का कारण बन रहे है। नगर निगम की ओर से एमबीएस व जे.के. लोन मुख्य द्वार के पास से दो बार अतिक्रमण हटाकर उसे नो वेंडिंग जोन घोषित कर दिया। लेकिन उसके बाद भी वहां से अतिक्रमण नहीं हट रहे। संभाग के सबसे बड़े एमबीएस अस्पताल व जे.के. लोन के नए ओपीडी के मुख्य प्रवेश द्वार के पास बड़ी संख्या में लोगों ने अतिक्रमण कर लिया था। दोनों अस्पतालों के मुख्य द्वार के नजदीक और उनके आस-पास फल के ठेले, चाय की थड़िया, खाद्य सामग्री की दुकानें, प्लास्टिक के सामान बेचने वालों ने तो अपनी दुकानें लगा ही रखी है। अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों के आने से उन्हें भोजन उपलब्ध करवाने के लिए कई लोगों ने भोजन के ठेले भी लगा लिए। जिससे दोनों अस्पताल के मुख्य द्वार अतिक्रमण के चपेट में ऐसे आए कि वहां से कार या एम्बूलेंस का निकलना ही मुश्किल हो गया। बड़े वाहनों को मोड़ने में परेशानी होने लगी। जिसे साफ करने के लिए नगर निगम ने अतिक्रमण हटाए।
पहले केडीए ने हटाया था अतिक्रमण
नगर निगम से पहले नगर विकास न्यास(केडीए) के तत्कालीन पुलिस उप अधीक्षक आशीष भार्गव के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। उस समय भी एमबीएस व जे.के. लोन के मुख्य द्वार के पास के साथ ही जेडीबी व बड़ तिराहे तक से अतिक्रमण हटाए थे। लेकिन अतिक्रमण करने वालों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा। जबकि बार-बार अतिक्रमण हटाने से नगर निगम व केडीए की मशीनरी व मेन पावर का दुरुपयोग हो रहा है।
नो वेंडिंग जोन की नियमित होगी मॉनिटरिंग
एमबीएस व जे.के. लोन अस्पताल इमरजेंसी सेवाएं हैं। यहां दोनों जगह मुख्य द्वार पर अतिक्रमण होने से एम्बूलेंस को प्रवेश करने में परेशानी रही थी। साथ ही इस क्षेत्र में ट्रैफिक बाधित हो रहा था।उसे देखतेहुए दो दिन तक लगातार अतिक्रमण हटाए गए। साथ ही जाब्ता लगाकर नियमित मॉनिटरिंग कीजाएगी। इस क्षेत्र को नो वेंडिंग जोन घोषित किया गया है। यहां किसी ठेले वाले तक को खड़ा नहीं होने दिया जाएगा। अतिक्रमण हटाने के बाद यदि फिर से वापस ठेले व थड़ियां लग गई हैं तो उनके खिलाफ फिर से कार्रवाई की जाएगी।
- तरूण कांत सोमानी, अतिक्रमण दस्ता प्रभारी नगर निगम कोटा उत्तर
दुकानों के आगे तक सामान
शनिवार को जे.के. लोन अस्पताल के मुख्य द्वार पर ही ठेले व दोनों गेट के बीच की जगह तक में सामान बेचने वाले बैठे रहे। अस्पताल के सामने वोकेशनल स्कूल की चार दीवारी के सहारे बनाई गई पक्की दुकानों के आगे लोगों ने न केवल टीनशेड निकाल लिए।वरन् दुकानों के आगे सड़क तक दुकानों के सामान बिखेरकर रखे हुए है। यहां तक की कबाड़ी वाले का सामान तक सड़क पर बिखरा हुआ है। इतना ही नहीं एमबीएस गेट के पास थी यही स्थिति रही। इस स्थिति को देखकर लगा ही नहीं कि यहां से हाल ही में अतिक्रमण हटाया गया है।
दो बार हटाए जा चुके अतिक्रमण
निगम कोटा उत्तर के अतिक्रमण निरोधक दस्ते द्वारा एमबीएस व जे.के.लोन अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वारों के पास से दो बार अतिक्रमणहटाए जा चुके है। हाल ही में की गई कार्रवाई के तहत निगम के अतिक्रमण दस्ता प्रभारी व पुलिस उप अधीक्षक तरूण कांत सोमानी के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाए गए थे। एक दिन बेतावनी दी गई और दूसरे दिन सभी को एक सिरे से हटा दिया था। जिन लोगों ने स्वयं हटा लिए थे तो उन्हें छोड़ दिया बाकी काफी संख्या में लोगों के ठेले व थड़ियां निगम ने जब्त भी कर ली थी। राजस्व अनुभाग के माध्यम से जुर्माना भी किया गया था। साथ ही अतिक्रमियों को पाबंद किया गया था कि यदि फिर से अतिक्रमण किया तो सख्ती की जाएगी। लेकिन उसका भी असर नहीं हुआ। हालत यह है कि अतिक्रमण हटाने के अगले ही दिन से फिर दोनों अस्पतालों के मुख्य द्वार अतिक्रमण की जद में आ गए है।
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