300 किमी दायरे में ई बसें चलाने की तैयारी
रोडवेज बेडे में शामिल होंगी 800 नई बसें, 300 इलेक्ट्रिक व 500 डीजल
निगम अध्यक्ष ने बताया कि नई बसों को सर्विस मॉडल पर शामिल किया जाएगा।
कोटा। आमजन को रोडवेज बसों में बेहतर सुविधा के साथ आरामदायक सफर के लिए राजस्थान पथ परिवहन निगम ने कई आवश्यक कदम उठाए है। रोडवेज को घाटे उभारने के साथ ही अगले दो साल में 500 डीजल और 300 इलेक्ट्रिक बसें बेड़ें में लाने का फैसला लिया गया। वहीं सभी डिपो मैनेजर को तीन सौ किमी क्षेत्र में ई बसें चलाने के लिए रूट चार्ट मांगे है। कौन कौन से बड़े शहर तीन सौ किमी आ रहे उनकी सूची भी मांगी गई है। कोटा रोडवेज के मुख्य प्रबंधक अजय कुमार मीणा ने बताया कि मुख्यालय से ई बसे चलाने के लिए संभावित रूट व शहर जो तीन सौ किमी तक क्षेत्र में आते उनकी सूची मांगी है। ई बसें एक बार में तीन सौ किमी चल सकती है। ऐसे में उन शहरों की सूची मांगी जिसमें आना जाना तीन सौ किमी के अंदर होता है। उन शहरों की सूची तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम ने अपने बस बेड़े को मजबूत करने का बड़ा फैसला लिया है। निगम की बैठक में अगले दो साल में 500 डीजल और 300 इलेक्ट्रिक बसें शामिल करने पर सहमति बनी। इससे यात्रियों को अधिक आरामदायक और सुविधाजनक सफर का अनुभव मिलेगा।
बेडें को मजबूत करने की शुरू की कवायद
निगम अध्यक्ष शुभ्रा सिंह ने बताया कि नई बसों को सर्विस मॉडल पर शामिल किया जाएगा। खासतौर पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए आवश्यक तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इस फैसले से राजस्थान रोडवेज का बस बेड़ा मजबूत होगा। यात्रियों के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। नई बसों के जुड़ने से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच यातायात की स्थिति में भी सुधार होगा।
छह दशक में बसें बढ़ने की बजाए लगातार घट रही
पिछले साठ साल में राजस्थान पथ परिवहन निगम ने तीन बस स्टैंड का सफर तय किया । लेकिन जिस प्रकार से शहर की आबादी बढ़ी उसके अनुसार ना तो बस स्टैंड का विस्तार हुआ ना ही बसों का। आज कोटा देश में शिक्षा नगरी के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है । लेकिन यहां आज भी परिवहन के संसाधन सीमित ही हैं। आमजन के लिए रोडवेज सस्ता व सुगम साधन है लेकिन कोटा का दुर्भाग्य ही कहें ही यहां के बस स्टैंड में 157 बसें हुआ करती थी वह अब घटकर महज 68 रह गई है। यह कोटा की आबादी के हिसाब से बहुत कम है। संजय नगर में बना नया रोडवेज बस स्टैंड तो विशाल बन गया लेकिन अभी यहां से बसें कम ही संचालित होती है। जिससे लोगों को नयापुरा जाना मजबूरी बना हुआ है। बूंदी, जयपुर, नैनवां, टौंक, उनियारा, झालावाड़, बारां की बसें अभी नयापुरा बस स्टैंड की सवारियों से पूरी बस भरती है।
कोटा से इन रूट पर चल सकती ई रोडवेज बस
कोटा डिपो से ई बसों को चलाने के लिए तीन सौ किमी की दायरे में झालावाड़, बूंदी, बारां, देवली, टोंक उनियार, रामगंजमंडी सहित कई रूट ऐसे जो तीन सौ किमी के अंदर आ रहे है।
भर्तियों में बदलाव और नए अवसर
हाल ही में बैठक में निगम अध्यक्ष शुभ्रा सिंह ने बताया कि भर्तियों के नियमों में बदलाव करते हुए कनिष्ठ सहायक, चालक, विधि अधिकारी, अभियंता और आर्टिजन ग्रेड 3 जैसे पदों पर प्रक्रिया आसान बनाने पर चर्चा हुई। साथ ही आर्टिजन ग्रेड 3 पद पर अप्रेंटिसशिप की अनिवार्यता खत्म करने का निर्णय लिया गया। इससे नई भर्तियों के अवसर बढ़ेंगे। बैठक में निगम की आर्थिक स्थिति सुधारने और संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के लिए योजना तैयार करने का फैसला लिया गया। साथ ही अगले वित्तीय साल के बजट को लेकर भी कई अहम निर्णय लिए गए।
इनका कहना है
ई बसों के संचालन को लेकर मुख्यालय से रूट और तीन सौ किमी के अंदर आने वाले शहरों की सूची मांगी है। रूट चार्ट तैयार किया जा रहा है। अभी कितनी ई बसे मिलेगी यह रूट तय होने के बाद तय होगा।
- अजय कुमार मीणा, मुख्य आगार प्रबंधक कोटा
Comment List