SMS Fire Incident : ट्रोमा सेंटर आईसीयू में आग की घटना को 20 दिन बीते, आज तक नहीं आई रिपोर्ट
भूले जिम्मेदार बचाव की गली बनकर रह गई हैं अब जांच कमेटियां
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मान सिंह से जुड़े ट्रोमा सेंटर के न्यूरोसर्जरी आईसीयू में बीते छह अक्टूबर को आग लगने की घटना को अब 20 दिन बीत चुके हैं। इसके बावजूद इस घटना की जांच के लिए बनी उच्च स्तरीय कमेटी की ना तो रिपार्ट आई है और ना ही ये रिपोर्ट सार्वजनिक की गई है। इस कमेटी को सात में जांच रिपोर्ट देनी थी। ऐसे में कमेटी की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
जयपुर। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मान सिंह से जुड़े ट्रोमा सेंटर के न्यूरोसर्जरी आईसीयू में बीते छह अक्टूबर को आग लगने की घटना को अब 20 दिन बीत चुके हैं। इसके बावजूद इस घटना की जांच के लिए बनी उच्च स्तरीय कमेटी की ना तो रिपार्ट आई है और ना ही ये रिपोर्ट सार्वजनिक की गई है। इस कमेटी को सात में जांच रिपोर्ट देनी थी। ऐसे में कमेटी की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं है, जब एसएमएस या इससे जुड़े अन्य अस्पतालों में हुई घटनाओं की जांच कमेटी बनाई गई और उसकी रिपोर्ट ना तो सार्वजनिक की गई हो या कोई कार्रवाई की गई हो। ऐसे में कमेटी गठित करने का चलन जवाबदेही से बचने का रास्ता बन गया है या चहेतों को बचाने की गली।
पहले भी हुआ कई बार ऐसा
इससे पहले भी एसएमएस में एक युवक और महिला को गलत ब्लड चढ़ाने, न्यूरोसर्जरी के सीनियर प्रोफेसर द्वारा रिश्वत मांगने, अस्पताल में आग लगने, डॉक्टरों की विवादित लेटरल एंट्री जैसे गंभीर मामलों में विभाग ने कमेटियां तो बना दीं गई, लेकिन महीनों बाद भी किसी की रिपोर्ट न सार्वजनिक हुई न ही कोई कार्रवाई हुई।
अधीक्षक-प्रभारी को हटाकर, एक्सईएन को निलंबित कर इतिश्री
ट्रोमा सेंटर की घटना के बाद कमेटी की रिपोर्ट से पहले ही प्रारंभिक तौर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को निलंबित कर दिया और मेंटिनेंस देख रही फर्म के खिलाफ मामला दर्ज करने की कार्रवाई की गई थी। मामले में ट्रोमा सेंटर प्रभारी और अस्पताल अधीक्षक पर भी कार्रवाई के बजाय पद से ही हटाया गया। मामले की विस्तृत जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई। जिसका काम ये पता लगाना था कि आग लगने की घटना के लिए अस्पताल और कॉलेज स्तर कहां-कहां खामियां बरती गई और उसके लिए कौन जिम्मेदार थे।
ये हैं कमेटी में शामिल
अस्पताल में आग लगने की घटना की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी में चिकित्सा विभाग के आयुक्त इकबाल खान अध्यक्ष, पांच सदस्यों में अस्पताल प्रशासन राजमेस के अतिरिक्त निदेशक मुकेश कुमार मीणा, राजमेस के मुख्य अभियंता चंदन सिंह मीणा, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता बिजली अजय माथुर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. आरके जैन और नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी शामिल हैं। इस जांच कमेटी की रिपोर्ट का अभी तक इंतजार है।
इनका कहना है
घटना की जांच अभी जारी है। जल्द ही रिपोर्ट पेश की जाएगी।
-डॉ. इकबाल खान,
आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा, राजस्थान।

Comment List