जयपुर में NFSU कैंपस : राष्ट्रीय सुरक्षा और फॉरेंसिक साइंस को मिलेगी नई ताकत, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे कैंपस का उद्घाटन
हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच और एक्सपर्ट ट्रेनिंग में निभाएगा अहम भूमिका
अगले सत्र से एमबीए फॉरेंसिक अकाउंटिंग एंड फ्रॉड इंवेस्टिगेशन, एमएससी फॉरेंसिक साइकोलॉजी, बीटेक साइबर सिक्योरिटी और बीएससी फॉरेंसिक साइंस जैसे कोर्स भी शुरू किए जाएंगे।
जयपुर। राजस्थान अब फॉरेंसिक शिक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहा है। इंटरनेशनल लेवल की नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) का कैंपस अब जयपुर में भी स्थापित होगा। प्रताप नगर स्थित कोचिंग हब के टॉवर-8 में तैयार किए गए 40 कमरों वाले इस कैंपस का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 12 अक्टूबर को करेंगे। जयपुर कैंपस फिलहाल अस्थायी भवन से संचालित होगा। यूनिवर्सिटी के स्थायी कैंपस के लिए दिल्ली रोड स्थित दौलतपुरा में 50 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। जयपुर कैंपस की जिम्मेदारी एमएफएसयू कैंपस हैड (गुजरात-राजस्थान) प्रो. एसओ जुनारे को दी गई है। तीन कोर्स से होगी शुरुआत:प्रो.एसओ जुनारे ने बातचीत के दौरान बताया कि पहले चरण में जयपुर कैंपस में तीन प्रोग्राम शुरू होंगे। इनमें एमएससी इन डिजिटल फॉरेंसिक एंड इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी, प्रोफेशनल डिप्लोमा इन क्राइम सीन मैनेजमेंट और एमएससी फॉरेंसिक साइंस शामिल हैं। इनमें कुल 80 सीटों पर एडमिशन होंगे। अगले सत्र से एमबीए फॉरेंसिक अकाउंटिंग एंड फ्रॉड इंवेस्टिगेशन, एमएससी फॉरेंसिक साइकोलॉजी, बीटेक साइबर सिक्योरिटी और बीएससी फॉरेंसिक साइंस जैसे कोर्स भी शुरू किए जाएंगे।
हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में मददगार: जयपुर का यह कैंपस ड्रोन, ड्रग्स और सीमा पार से होने वाली तस्करी जैसे मामलों की जांच में अहम भूमिका निभाएगा। यहां नार्को टेस्ट, ब्रेन मैपिंग और आधुनिक फॉरेंसिक तकनीकें उपलब्ध होंगी। साथ ही ईडी, सीबीआई, आईबी, एनआईए, आईपीएस अधिकारी और जजों के लिए भी विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम होंगे। प्रो.एसओ जुनारे ने बताया कि एनएफएसयू ने अपनी दक्षता का परिचय हाल ही में 12 जून 2025 को अहमदाबाद विमान हादसे में दिया था। जहां तीन दिन के भीतर मृतकों की डीएनए पहचान परिवारों से मैच कर दी गई थी।

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