abheda mahal
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%= node_description %>
<% } %> Read More... <%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... अभेड़ा महल चमका, जीवंत हुआ राजसी वैभव
Published On
By kota
झूले लगे, पार्क में लौटी बच्चों की रौनक।
Read More... अभेड़ा में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली
Published On
By kota
अभेड़ा महल की दीवारों पर रेट लिस्ट चस्पा नहीं थी।
Read More... जिनसे लाखों कमा रहे उन्हीं की जान जोखिम में डाल रहे
Published On
By kota
यूआईटी टिकट के नाम पर पैसा तो वसूल रही है लेकिन महल की दशा सुधारने में कोई ध्यान नहीं है।
Read More... विरासत के रंग हुए बदरंग : अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा अभेड़ा महल
Published On
By kota
जिम्मेदारों की लापरवाही से कोटा का अभेड़ा महल दुर्दशा का शिकार हो रहा है। देखरेख व मरम्मत के अभाव में महल अपनी चमक खोता जा रहा है। यहां सुरक्षा गार्ड व अधिकारियों की मॉनिटरिंग का अभाव है। जिससे महल दुर्दशा का शिकार हो रहा है।
Read More... अपने ही नोंच रहे अपनी विरासत का दामन
Published On
By kota
यूआईटी ने साढ़े तीन करोड़ की लागत से वर्ष 2003 में अभेड़ा महल का जीर्णोंद्धार शुरू किया था, जो तीन साल बाद 2006 में पूरा हुआ। कोटा के गौरवशाली इतिहास का साक्षी रहा अभेड़ा महल दुर्दशा का शिकार हो रहा है। पर्यटकों के लिए टिकट व्यवस्था तो है लेकिन प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं है। देखरेख के अभाव में लोगों ने महल की दीवारों को पान और गुटखों की पीक से बदरंग कर दिया।
Read More...