सावधान: अब वाट्सएप पर भेज रहे शादी का निमंत्रण पत्र
लिस उपाधीक्षक बोले - गलती से एप इंस्टॉल हो गया है तो तुरंत इंटरनेट बंद कर बैंक खाते को फ्रीज करवाएं
साइबर ठगों ने निकाला नया तरीका।
राजपुर। साइबर ठग लोगों से ठगी के नित नए तरीके निकाल रहे हैं। शादी-ब्याह की सीजन को देखते हुए ये साइबर ठग अब एपीके फाइल का लिंक भेजकर लोगों को निमंत्रण भेज रहे हैं। वहीं कुछ ठगों द्वारा पीएम आवास योजना के नाम पर एपीके लिंक भेजा रहा है। शाहबाद पुलिस उप अधीक्षक रिछपाल मीणा ने बताया कि साइबर अपराधी लोगों की गलती के इंतजार में बैठे रहते हैं। मौका मिलते ही साइबर अपराधी बड़े ही शातिर तरीके से लोगों को मानसिक व आर्थिक तौर पर भारी क्षति पहुंचा देते हैं। मीणा ने बताया कि शादियों के सीजन में फ्राड करने वाले आपके जानकार बनकर वीडियो या एपीके फाइल का लिंक बनाकर शादी का निमंत्रण भेज सकते हैं। उन्होंने बताया कि ये एपीके ये लोग किसी अनजान वेबसाइट या फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाई देने वाले विज्ञापन से डाउनलोड कर लेते हैं। इसके साथ हैकर्स कुछ बदलाव कर देते हैं। बाद में इस फाइल को पीएम किसान योजना, पीएम आवास योजना या कोई शादी के निमंत्रण कार्ड के नाम से आम लोगों को वॉटसएप पर भेजते हैं। जिस पर क्लिक करते ही ये डिवाइस में आॅटो इंस्टाल हो जाती है और डिवाइस का एक्सेस साइबर अपराधियों के पास चला जाता है। इसके बाद ये लोग मोबाइल के मैसेज, ओटीपी, पिन सहित अन्य गोपनीय दस्तावेजों को चुरा लेते हैं।
सावधान रहें थोड़ी सी लापरवाही आपको पड़ सकती है भारी
केस-1 - एक माह पूर्व केलवाड़ा निवासी धीरेंद्र कोठारी के वॉट्सएप पर मिली एपीके फाइल को डाउनलोड कर दिया। थोड़ी देर बाद ही उनके नंबर से अन्य लोगों को अश्लील सामग्री सेंड होने लगी। 1 महीने में उनके साथ ऐसी घटनाएं दो बार हो चुकी हैं
केस-2 - केलवाड़ा निवासी राजेश जैन के साथ भी हो चुकी है उनके नंबर से भी असली मैसेज और वीडियो वायरल होने लगे थे। इसकी शिकायत दोनों ने साइबर पुलिस थाने में भी दर्ज कराई है। धीरेंद्र कोठारी ने बताया कि केलवाड़ा में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। इसको लेकर लोगों को सतर्क रहना चाहिए और पुलिस प्रशासन का सहयोग लेकर कानूनी कार्रवाई करना चाहिए।
फ्रॉड से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें
एपीके फाइल इंस्टॉल होने पर तुरंत फोन का इंटरनेट कनेक्शन आॅफ कर बैंक खाते को फ्रिज करवाएं और फाइल को रिमूव करें। अनजान कॉल पर अपनी निजी जानकारी किसी शेयर ना करें, संदेह होने पर तुरंत फोन काट दें और नंबर ब्लॉक कर दें और घटना की जानकारी निकटवर्ती पुलिस थाने में दें।
इनका कहना है
एक मजबूत पासवर्ड लगाकर खातों को सुरक्षित रखना चाहिए। सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से संपर्क नहीं करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति खुद को बैंक का अधिकारी या प्रतिनिधि बताकर आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट, सीवीवी नंबर, ओटीपी, आधार कार्ड नंबर व पैन कार्ड नंबर आदि मांगता है तो उस व्यक्ति के साथ उक्त जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए। ठगी की शिकायत1930 पर शिकायत करें।
- रिछपाल मीणा, पुलिस उप अधीक्षक, शाहबाद
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