decorum of words
ओपिनियन 

चुनाव में भाषा का संयम एवं वचनों की मर्यादा जरूरी

चुनाव में भाषा का संयम एवं वचनों की मर्यादा जरूरी लोकसभा चुनावों जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, कई नेताओं की जुबान फिसलती जा रही है, वे राजनीति से इतर नेताओं की निजी जिंदगियों में तांक-झांक वाले, धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले ऐसे बोल बोल रहे हैं, जो न सिर्फ आपत्तिजनक हैं, बल्कि राष्ट्र-तोड़क है।
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