पचास साल बाद 11 अगस्त को चंद्रमा के लिए उड़ान भरेगा रूस का यान
आरआईए नोवोस्ती ने अपनी रिपोर्ट में लॉन्च की तारीख तय की
सोयुज-2.1बी रॉकेट फ्रेगेट ऊपरी चरण और स्वचालित स्टेशन के साथ अमूर ओब्लास्ट में स्थित वोस्तोचन कोस्मोड्रोम से मास्कों के समय के अनुसार सुबह 2:10 बजे (अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार 10 अगस्त को रात 23.10 बजे) उड़ान भरेगा।
व्लादिवोस्तोक, लगभग 50 वर्षों बाद 11 अगस्त की सुबह रूस का पहला चंद्रयान लूना-25 चंद्रमा के लिए उड़ान भरेगा। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में लॉन्च की तारीख 11 अगस्त तय की है।
एजेंसी के मुताबिक सोयुज-2.1बी रॉकेट फ्रेगेट ऊपरी चरण और स्वचालित स्टेशन के साथ अमूर ओब्लास्ट में स्थित वोस्तोचन कोस्मोड्रोम से मास्कों के समय के अनुसार सुबह 2:10 बजे (अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार 10 अगस्त को रात 23.10 बजे) उड़ान भरेगा।
इससे पहले रूस का पिछला चंद्रयान लूना-24 साल 1976 में लॉन्च किया गया था। इसका रिटर्न कैप्सूल लगभग 170 ग्राम चंद्र मिट्टी को पृथ्वी पर वापस लाया था। लूना-25 में रिटर्न कैप्सूल नहीं है। उम्मीद है कि यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला इतिहास का पहला स्टेशन बन जाएगा। मिशन का मुख्य कार्य सॉफ्ट लैंडिग की प्रौद्योगिकियों का परीक्षण और आंतरिक संरचना का अध्ययन तथा पानी सहित संसाधनों का पता लगाना है।
प्रक्षेपण और रॉकेट से अलग होने के बाद ऊपरी चरण स्वचालित स्टेशन को चंद्रमा की उड़ान के प्रक्षेप पथ पर भेजेगा। साढ़े चार दिनों के बाद स्टेशन चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा और दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरने से पहले कई बार अपनी कक्षा बदलेगा। स्टेशन का वैज्ञानिक कार्य एक वर्ष तक चलने की उम्मीद है।
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