ग्राम विकास अधिकारी पर समय पर काम नहीं करने का आरोप

वार्ड पंचों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप : हटाने की मांग को लेकर कलक्टर को दिया ज्ञापन

 ग्राम विकास अधिकारी पर समय पर काम नहीं करने का आरोप

ग्राम पंचायत कवाई में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी रामप्रताप सिंह पर वार्ड पंचों ने गंभीर आरोप लगाए है। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी को ग्राम पंचायत से शीघ्र हटाकर उचित कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलक्टर व जिला प्रमुख एवं मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी जिला परिषद बारां को ज्ञापन दिया है।

कवाई। ग्राम पंचायत कवाई में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी रामप्रताप सिंह पर वार्ड पंचों ने गंभीर आरोप लगाए है। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी को ग्राम पंचायत से शीघ्र हटाकर उचित कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलक्टर व जिला प्रमुख एवं मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी जिला परिषद बारां को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन के साथ ग्राम विकास अधिकारी को हटाने के लिए गत 5 मई को ग्राम सभा की बैठक में लिए गए प्रस्ताव की प्रति भी वार्ड पंचों ने ज्ञापन के साथ सलंग्न की है।

प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत के उपसरपंच राजेंद्र जोशी के नेतृत्व में वार्ड पंच राजेश सुमन, पवन चक्रधारी, मुरारी सुमन, ममता सेन, अरुणा सुमन एवं ग्रामवासी गिर्राज सेन, मुकेश सुमन सत्यनारायण सेन, राजेंद्र नायक ने ज्ञापन में बताया कि ग्राम विकास अधिकारी कर्तव्य के प्रति बहुत लापरवाह है एवं महीने में ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक दो बार आते है। जिसके चलते ग्राम वासियों को प्रमुख दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर समय पर नहीं आने के चलते ग्राम वासियों एवं ग्राम विकास का कार्य  समय पर नहीं होंता है।

सरपंच जोशी ने बताया कि कवाई ग्राम पंचायत अटरू पंचायत समिति की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है। उसके बावजूद भी ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नहीं आता है और ना ही ग्राम सभाओं का आयोजन करता है और कभी ना कभी सरपंच की अध्यक्षता में ग्राम सभाएं होती है तो उनमें भी अपनी  उपस्थिति नहीं देता है। लोगों के आवासीय पट्टा का नवीनीकरण नहीं करता है और  करता है तो उस में कुछ ना कुछ त्रुटियां रख देता है। जिसके चलते लोगों को काफी चक्कर लगाना पड़ता है। ग्राम विकास अधिकारी काफी हद तक भ्रष्टाचार में लिप्त है।

वार्ड पंचों ने बताया कि ग्राम पंचायत परिसर में स्थित बोर में संचालित पानी की मोटर को खराब होने पर 6000 मे रिपेयर करके चालू करवाई गई थी। इसके बाद खराब होने पर दोबारा विद्यालय स्टाफ के द्वारा रिपेयर करवाकर चालू करवाई गई थी परंतु ग्राम विकास अधिकारी ने भ्रष्टाचार को चरम सीमा पर लाते हुए बोर में नई मोटर डालना बताकर 49900 का  भुगतान उठा लिया है। वहीं गत 20 अक्टूबर को ग्राम पंचायत परिसर में आयोजित प्रशासन गांव के संग शिविर मे ग्राम वासियों के द्वारा आवास के पत्तों के लिए 475 आवेदन किए गए थे। जिसमें से ग्राम विकास अधिकारी ने कुछ अपने चेहतों को पट्टे वितरित कर महज खानापूर्ति करते हुए 116 पट्टे वितरित करना आॅनलाइन बता दिया गया है। जिन लोगों के नाम आॅनलाइन किए हैं। उन लोगों को अभी तक आवासीय पट्टे नहीं मिले हैं। वही 41 नया शौचालयों के लिए आवेदन प्राप्त हुआ था। आवेदन कर्ताओं ने नया शौचालय भी बना लिये हे परंतु ग्राम विकास अधिकारी ने लापरवाही का परिचय देते हुए अभी तक उन लोगों को भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे अनेक आरोप ग्राम विकास अधिकारी पर वार्ड पंचों ने लगाते हुए शीघ्र व ग्राम विकास अधिकारी को हटाने की मांग की है।

करीब 1 साल भर पहले पुरानी मोटर सही करवाकर हॉल में डालकर नई मोटर का बिल लगाया गया। जिला कलक्टर को जब विकास अधिकारी की कार्यशैली की जानकारी दी तो रातों-रात पंचायत के अंदर नई मोटर लाकर रख दी। महीने में करीबन 10 दिन  पंचायत के अंदर नहीं बैठते हैं जिससे आमजन को हस्ताक्षर करवाने के लिए इधर-उधर चक्कर काटने पड़ते हैं।
- पवन चक्रधारी, वार्ड पंच, ग्राम पंचायत कवाई

अगर वार्ड पंचों को ऐसा लग रहा है तो मामले की जांच करवा लें। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
- रामप्रताप सिंह, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत कवाई

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