समय से पहले जन्मे शिशु की देखभाल करते समय रखें ध्यान

बच्चे को तकिया ना लगाएं।बच्चे को हमेशा पीठ के बल ही सुलाएं।

समय से पहले जन्मे शिशु की देखभाल करते समय रखें ध्यान

आपने अक्सर अपने आस-पास या परिवार में लोगों को प्रीमेच्योर बेबी के बारे में बात करते सुना या देखा होगा। साधारण जन्में बच्चे की तुलना में प्रीमेच्योर बेबी को केयर की ज्यादा जरूरत होती है। पर क्या आप इसकी वजह जानते हैं,कैसे करनी चाहिए इन बच्चों की देखभाल।

आपने अक्सर अपने आस-पास या परिवार में लोगों को प्रीमेच्योर बेबी के बारे में बात करते सुना या देखा होगा। साधारण जन्में बच्चे की तुलना में प्रीमेच्योर बेबी को केयर की ज्यादा जरूरत होती है। पर क्या आप इसकी वजह जानते हैं,कैसे करनी चाहिए इन बच्चों की देखभाल।

प्रीमेच्योर बेबी

जिन शिशुओं का जन्म 36 सप्ताह से पहले हो जाता है, उन्हें प्रीमेच्योर बेबी कहते हैं। ऐसे बच्चे के सभी अंग अच्छी तरह विकसित नहीं होते हैं। इसके अलावा उनका इम्यून सिस्टम भी काफी कमजोर होता है। समय से पहले जन्में नवजात शिशुओं की देखभाल में जरा सी भी लापरवाही, उनकी जान के लिए खतरनाक बन सकती है।

कैसे करें देखभाल

Read More लोकसभा आम चुनाव में प्रथम चरण के लिए 124 प्रत्याशियों के 166 नामांकन पाए गए सही

प्रीमेच्योर बेबी का जन्म गर्भ में 9 महीने की अवधि पूरी करने से पहले ही हो जाता है। हालांकि मेडिकल साइंस की मदद और घर पर इन बच्चों की अच्छी देखभाल करके समय से पूर्व पैदा होने वाले इन बच्चों को मां के शरीर के बाहर भी पूरी तरह विकसित होने और स्वस्थ बनाए में मदद की जा सकती है। ऐसा करते समय एक्सपर्ट्स कुछ खास बातों का ध्यान रखने का सलाह देते हैं। इस तरह बच्चों को फॉर्मूला मिल्क की जगह ब्रेस्टफीड करवाएं। बच्चे को दिन में 8.10 बार दूध पिलाएं। दो बार दूध पिलाने के बीच का अंतर 4 घंटे से अधिक समय का नहीं होना चाहिए।

Read More Rajasthan Congress List : जयपुर से सुनील शर्मा का टिकट बदला, प्रताप सिंह को दिया टिकट

बच्चे के विकास का एक ट्रैक रखें।

Read More AI पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

प्रीटर्म बच्चों की देखने की शक्ति, उनकी आंखों की बनावट और सुनने की शक्ति अन्य बच्चों की तुलना में अलग प्रतीत हो सकती है। इसके लिए समय-समय पर बच्चे की जांच डॉक्टर से करवाते रहें। प्रीमैच्योर बच्चों को अधिक नींद आती हैं। उनके सोने का खास ख्याल रखें।बच्चे को तकिया ना लगाएं।बच्चे को हमेशा पीठ के बल ही सुलाएं।उसे कभी भी पेट के बल ना लिटाएं।

Post Comment

Comment List

Latest News

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की अधिसूचना जारी, 88 सीटों पर होगा चुनाव लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की अधिसूचना जारी, 88 सीटों पर होगा चुनाव
इस चरण में 12 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव होगा।
कैलाश चौधरी की नामांकन सभा में उमड़ी भीड़, वरिष्ठ नेताओं ने किया जनसभा को संबोधित
झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों पर बड़ी जीत दर्ज करेगा NDA: सुदेश महतो
मेक्सिको के 19 प्रांतों में फैली जंगलों में लगी आग, 42 स्थानों पर काबू 
लोकसभा आम चुनाव में प्रथम चरण के लिए 124 प्रत्याशियों के 166 नामांकन पाए गए सही
Delhi Liqour Policy : केजरीवाल को राहत नहीं, ईडी की हिरासत 1 अप्रैल तक बढ़ी
भाजपा पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतकर फहरायेगी परचम : दीयाकुमारी