राहुल गांधी से ईडी ने की 9 घंटे पूछताछ, दूसरे दिन भी पेशी

नेशनल हेराल्ड मामले में की पूछताछ

राहुल गांधी से ईडी ने की 9 घंटे पूछताछ, दूसरे दिन भी पेशी

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में दो दौर में करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान कांग्रेस नेता से ईडी के शीर्ष अधिकारियों द्वारा कई सवाल किए गए।

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में दो दौर में करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान कांग्रेस नेता से ईडी के शीर्ष अधिकारियों द्वारा कई सवाल किए गए। ईडी द्वारा राहुल गांधी को पूछताछ के लिए फिर से बुलाया गया है। राहुल देर रात 11.40 बजे ईडी के दफ्तर से अपने घर पहुंचे। सूत्रों के अनुसार ईडी द्वारा राहुल गांधी से पूछे गए कई सवालों का वह ठीक से जवाब नहीं दे पाए। इसीलिए उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार ईडी ने राहुल गांधी से कुछ जरुरी कागजात भी मांगे हैं। नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉड्रिंग से जुड़े मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस नेता से लंबी पूछताछ की गई। इसमें उनके नई बनी यंग इंडिया कंपनी में शेयरधारक होने, उसके निदेशकों, कंपनी की वित्तीय जानकारी एवं लेनदेन की जानकारी मांगी गई। राहुल गांधी से राजधानी के जनपथ रोड स्थित ईडी दफ्तर में पहले दौर में सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक करीब तीन घंटे पूछताछ की गई। इसके बाद दूसरे दौर में करीब साढ़े चार बजे से रात नौ बजे बाद तक राहुल गांधी से पूछताछ की गई। बीच में राहुल गांधी ने लंच भी किया।

सोनिया से 23 जून को होगी पूछताछ
ईडी पहुंचने से पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में सभी बड़े नेताओं से चर्चा की। सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक पहली पूछताछ के बाद राहुल गांधी को लंच करने के लिए समय दिया गया। इसी बीच वह प्रियंका गांधी के साथ सोनिया गांधी से मिलने अस्पताल भी गए। सोनिया गांधी कोरोना संक्रमण संबंधी प्रभाव के कारण राजधानी के गंगाराम अस्पताल में रविवार से भर्ती हैं। उन्हें भी ईडी ने आगामी 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने मां सोनिया को बातचीत का विवरण दिया।

ईडी का नोटिस राजनीतिक : पायलट
पूर्व पार्टी अध्यक्ष के साथ एकजुटता दिखाने दिल्ली पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ईडी के नोटिस को पूरी तरह से राजनीतिक कृत्य बताया। पायलट ने कहा कि सरकार द्वारा इस तरह के हथकंडे अपनाकर विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। लेकिन विपक्ष सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करता रहेगा और संघर्ष जारी रहेगा।

गहलोत ने बताए आरोप निराधार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईडी द्वारा लगाए गए तमाम आरोपो को निराधार बताते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार आजादी के पूर्व से ही चल रहा था। घाटे से उभारने के कारण इसके लिए अलग से कंपनी बनाई गई। जो गैर लाभकरी है। इसके शेयर ही इधर उधर किए जा सकते हैं ।लेकिन एक रुपया भी इधर उधर नहीं किया गया है। उसके बावजूद सरकार तंग करने के लिए हमारे नेताओं को नोटिस भेज रही है। ईडी उनके घर पर आकर भी पूछताछ कर सकती है। बार बार पूछताछ के लिए बुलाने का क्या मतलब है? मोदी सरकार को एक दिन जनता के बीच इसका जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैंने सीबीडीटी, ईडी और सीबीआई जैसी जांच एजेसिंयों निदेशकों से मिलने का समय मांगा है। ताकि उनहें बता सकूं कि उनके बारे में आम जनता की क्या राय है, लेकिन वह लोग कह रहे हैं कि खुद जयपुर ही मिलने आ जाएंगे। राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी सड़क पर उतरे। वहीं, गुजरात प्रभारी रघु शर्मा और पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी भी उनके साथ सड़क पर उतरे।

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मारपीट का लगाया आरोप
ईडी ऑफिस की ओर बढ़ रहे कई नेताओं को धारा-144 के उल्लंघन में हिरासत में लिया गया। जिसमें सीएम अशोक गहलोत भी शामिल रहे। इन नेताओं को पुलिस द्वारा बस में बैठाकर राजधानी के विभिन्न थानों में देर तक बैठाए रखा गया। जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, हरीश रावत कई नेता शामिल रहे। इसी दौरान तुगलक रोड थाने में रखे गए केसी वेणुगोपाल समेत कई नेताओं से प्रियंका गांधी मिलने भी पहुंचीं। पार्टी महासचिव एवं मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि पैदल मार्च एवं पुलिस हिरासत के दौरान पार्टी नेताओं के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार किया गया। पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं सांसद शक्ति सिंह गोहिल को चोटें आईं। सुरजेवाला ने कहा कि सांसद प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंका गया। चिदंबरम के साथ धक्कामुक्की हुई। वेणुगोपाल पर हमला हुआ और हजारों कार्यकर्ताओं  को जेल में बंद कर दिया गया।

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के ईडी के समन पर कांग्रेस पार्टी के विरोध प्रदर्शन की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी एक जांच एजेंसी पर ‘खुले तौर पर दबाव’ बनाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ईडी पर दबाव डालने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस पर दिल्ली में अराजकता फैलाने का आरोप लगाते हुए ईरानी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का यह मार्च लोकतंत्र को बचाने के लिए नहीं बल्कि गांधी खानदान की दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को बचाने का प्रयास है। यंग इंडिया ने सामाजिक सेवा के लिए लाइसेंस लिया लेकिन उसने ऐसा कोई काम नहीं किया। कंपनी के शेयर राहुल गांधी को गैरकानूनी तरीके से दे दिए गए, कोलकाता की एक कंपनी से हवाला का धंधा किया गया। ईडी एक जांच एजेंसी है, जो साक्ष्यों के आधार पर किसी मामले की जांच करती है, लेकिन कांग्रेस के द्वारा विरोध-प्रदर्शन करके उसकी जांच को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के वाड्रा-गांधी परिवार के कथित लिंक का विवरण दिया।

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