अनदेखी से सड़क किनारे पनप रही झाड़ियां
आए दिन वाहन चालक हादसों के हो रहे शिकार : जिम्मेदार विभाग ने कटाई की नहीं ली कई वर्षों से सुध
झालावाड़ जिले के तहसील गंगधार क्षेत्र में डग -चौमहला मुख्यमार्ग सहित ग्रामीण सड़कों पर रोड के दोनो किनारों पर जंगली झाड़ियों ने कब्जा जमा लिया है। जिसकी वजह से सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चौमहला। झालावाड़ जिले के तहसील गंगधार क्षेत्र में डग -चौमहला मुख्यमार्ग सहित ग्रामीण सड़कों पर रोड के दोनो किनारों पर जंगली झाड़ियों ने कब्जा जमा लिया है। जिसकी वजह से सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में सड़क के दोनो किनारों पर लंबी-लंबी जंगली झाड़ियां होने के कारण वाहन चालकों को सड़क मोड व लिंक रोड पर चल रहे वाहन दिखाई नहीं देते है। जिसके कारण आए दिन हादसे होते रहते है। ग्रामीणों की माने तो सड़क के दोनो किनारों पर पिछले कई वर्षों से जंगली झाड़ियों की कटाई नहीं हो पाई है। जिसकी वजह से लिंक रोड व सड़क मोड वाहन चालकों की नजरों से अदृश्य होते जा रहे है और इस कारण आए दिन सड़क हादसे होते रहते है, जिससे वाहन चालकों को गंभीर चोटे आती है। कई बार तो सड़क हादसों की वजह से कई लोगो की जान भी जा चुकी है। इसके बावजूद इसके जिम्मेदार विभागों ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साद रखी है।
डग-चौमहला मुख्य मार्ग की अगर बात करे तो करणपुरा गांव के पास लुनाखेड़ी गांव के लिंक रोड, निपानिया कालू -डग रोड, लुनाखेड़ा -डग रोड तिराहा, नयाखेड़ा लिंक रोड,सुवासरा गंगधार सड़क पर किलोल नदी के मोड पर जहां पर सबसे ज्यादा हादसे होते है, जहां झाड़ियों और जंगली पौधों ने अपना कब्जा जमा लिया है। ढाबला पद्माखेड़ी खेड़ी मार्ग पर झाड़ियां व अंग्रेजी बम्बूल के बड़े बड़े पेड़ खड़े है। वहीं ढाबला सुनारी मार्ग पर ढाबला खाल के पास अंधे मोड पर झाड़ियां उग रही है। गत वर्ष इसी अंधे मोड की वजह से चरुडी निवासी कृपाल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं अगर ग्रामीण सड़कों की बात की जाए तो गंगधार सुनारी रोड सहित अधिकतर सड़क के किनारे जंगल में परिवर्तित हो गए है। जहां से आने जाने वाले वाहन झाड़ियों की वजह से दिखाई नहीं देते है।
मुख्य सड़कों पर घुमाव पर जगह जगह झाड़ियां हो रही है, घुमाव व झाड़ियां होने से सामने से आ रहे वाहन का पता नहीं लग पाता, हमेशा दुर्घटना होने का भय बना रहता है।
- कमल सिंह परिहार, निवासी सेमली
सुवासरा गंगधार मार्ग पर किलोल नदी के घुमाव पर गहरी झाड़ियां हो रही है। हमेशा दुर्घटना होने भय बना रहता है,पूर्व में यहां एक्सीडेंट भी हो चुके है।
- रमेश चंद राठौर, पूर्व सरपंच साकरिया
ढाबला सुनारी मार्ग पर ढाबला खाल के यहाँं गहरी झाड़ियां हो रही है, जिससे मोड़ अंधा हो जाता है। गत वर्ष यहां हुए कार एक्सीडेंट में एक जने की मौत हो गई थी।
- सुरेश सिंह पंवार, डायरेक्टर संस्कार विद्या मन्दिर सेकला
स्टेट हाइवे विभाग के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है, यह आरएलआरडीसी का मामला है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 53 किलोमीटर की जंगल सफाई विभाग द्वारा 2 महीने पहले करवा दी थी, पूरा क्षेत्र बहुत बड़ा है, इतना बजट विभाग के पास नहीं होता है।
- पीआर मीणा, अधिशाषी अभियन्ता पीडब्ल्यूडी चौमहला
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