प्रदेश में मानसून की एंट्री, भारी बारिश का अलर्ट जारी
लोगों को गर्मी से राहत मिली
प्रदेश में आठ दिन की देरी से आया, लेकिन आखिरकार मानसून ने प्रवेश कर लिया। इस बार मानसून ने दक्षिण राजस्थान से न होकर पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, अलवर और कोटा के रास्ते एंट्री ली है।
जयपुर। प्रदेश में आठ दिन की देरी से आया, लेकिन आखिरकार मानसून ने प्रवेश कर लिया। इस बार मानसून ने दक्षिण राजस्थान से न होकर पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, अलवर और कोटा के रास्ते एंट्री ली है। अब तक मानसून का प्रवेश डूंगरपुर और बांसवाड़ा से होता रहा है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जयपुर में शाम साढ़े 6 बजे बाद शहर सहित ग्रामीण इलाकों में झमाझम बारिश हुई। लोगों को गर्मी से राहत मिली। 29 जिलों में बरसात का अलर्ट जारी है। इसमें से 6 जिलों बूंदी, कोटा, टोंक, अजमेर, और राजसमंद में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।
बिजली पोल धराशाही, पेड़ उखड़े
भरतपुर में बारिश के साथ आए तेज तूफान से काफी नुकसान हुआ है। बिजली के 165 से ज्यादा पोल धराशाही हो गए, सैकड़ों पेड़ भी उखड़ गए। विद्युत सप्लाई बाधित होनेसे ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ।
यहां झूम के बरसे बादल
सर्वाधिक बारिश दौसा के लवान में 100 एमएम दर्ज की गई है। नागौर में 97, शाहपुरा में 85, बानसुर में 85, मालाखेड़ा में 73, शाहबाद में 69, बामनवास में 60, अखलेरा में 53, चाकसू में 49 और फागी में 38 एमएम बारिश दर्ज की गई।
12 साल में 5 बार लेट आया मानसून
राजस्थान में पिछले 12 साल में 5 बार मानसून लेट आया है। इसमें साल 2010, 2012, 2014 और 2019 है, जब मानसून जुलाई में आया। राज्य मानसून की एंट्री की सामान्य डेट 20-22 जून मानी जाती है।
अलवर शहर में 131 मिमी बरसात
अलवर में तड़के चार बजे से बरसात शुरू हुई जो सुबह आठ बजे तक 131 मिमी दर्ज की गई। दिन में भी मेघ बरसते रहे।
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