कन्हैयालाल को कब मिलेगा न्याय, अभी तो ब्लास्ट के दरिंदे फांसी घोषित होने के बावजूद भी जिंदा
अदालतों ने कुछ दिनों में ही सुनवाई पूरी कर अभियुक्तों को फांसी सुनाई
कन्हैया हत्याकांड के अभियुक्तों को गिरफ्तार होते ही फांसी देने की मांग है, लेकिन इन अभियुक्तों को फांसी सुनाई जाए, तो फंदे तक पहुंचाने में कई साल लगेंगे।
जयपुर। कन्हैया हत्याकांड के अभियुक्तों को गिरफ्तार होते ही फांसी देने की मांग है, लेकिन इन अभियुक्तों को फांसी सुनाई जाए, तो फंदे तक पहुंचाने में कई साल लगेंगे। प्रदेश की अदालतों ने कुछ दिनों में ही सुनवाई पूरी कर अभियुक्तों को फांसी सुनाई, लेकिन वह सभी सभी बचे हुए है। बीते 5 साल में हाईकोर्ट ने 15 मामलों में सिर्फ एक में ही अभियुक्त की फांसी को बरकरार रखा है।
15 में से 12 की फांसी को उम्रकैद में बदली, दो में बरी
पिछले 30 साल में हाईकोर्ट में फांसी की सजा को कन्फर्म करने के लिए 48 डेथ रेफरेंस पेश हुए। इनमें से अधिकांश में हाईकोर्ट ने अभियुक्तों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया। पिछले पांच साल में अदालतों ने हत्या, दुष्कर्म और डकैती के 15 मामलों में 20 को फांसी की सजा सुनाई। हाईकोर्ट ने इनमें से 12 मामलों में फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया। दो मामलों में पांच आरोपियों को पूरी तरह बरी कर दिया। सिर्फ एक मामले में हाईकोर्ट ने फांसी की सजा को कन्फर्म किया।
यह होती है प्रक्रिया
- अपराध के बाद थाना पुलिस क्षेत्र की निचली अदालत में आरोप-पत्र पेश करती है।
- अदालत से मामला कमिट होकर डीजे कोर्ट जाता है। दोनों पक्षों को सुनकर अदालत सजा सुनाती है। नियमानुसार फांसी की सजा हो तो हाईकोर्ट से कन्फर्म होना जरूरी है।
- इसलिए राज्य सरकार हाईकोर्ट में डेथ रेफरेंस पेश करती है।
- अभियुक्त चाहे तो अपनी तरफ से भी फांसी की सजा के खिलाफ अपील कर सकता है।
- हाईकोर्ट दोनों पक्षों को सुनकर फांसी की सजा को कन्फर्म करता है।
- सुप्रीम कोर्ट में अपील होती है। फांसी बरकरार रहे, तो अभियुक्त राष्ट्रपति के पास दया याचिका पेश करता है।
- राष्ट्रपति दया याचिका खारिज करें तो अभियुक्त को फांसी की की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
- डेथ वारंट जारी कर सूचना अभियुक्त के परिजनों को दी जाती है, ताकि वे आखिरी बार मिल सके।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
अभियुक्त को भी सुनवाई का अधिकार प्राप्त है। उसे खत्म नहीं किया जा सकता। हालांकि प्रक्रिया में तेजी लाकर फांसी की सजा जल्द दी जा सकती है।
- पाना चंद जैन, पूर्व जस्टिस
हाईकोर्ट में कानूनी तकनीकों के चलते सुनवाई में देरी हो जाती है, तो कभी राष्ट्रपति के समक्ष लंबे समय दया याचिका लंबित रह जाती है।
- राजकुमार गुप्ता, अधिवक्ता
और बचे हुए हैं जयपुर बम ब्लास्ट के आतंकी
जयपुर में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के चार अभियुक्तों को फांसी की सजा सुनाई गई। राज्य सरकार ने चारों के खिलाफ डेथ रेफरेंस पेश कर दिया, जहां पिछले ढाई साल से मामला लंबित चल रहा है।
- संकलन : महेश पारीक
हाईकोर्ट में लंबित फांसी के मामले
अभियुक्त सजा की तारीख कोर्ट लंबित
सुल्तान 28/04/2022 पॉक्सो-2 बूंदी 2/05/2022
लालचंद 03/03/2022 पॉक्सो-1 झालावाड 09/03/2022
सुरेश कुमार 4/02/2022 पॉक्सो जयपुर 11/02/2022
सुंदर 26/10/2021 पॉक्सो अजमेर 01/11/2021
00 16/03/2021 पॉक्सो झुंझुनंू 23/03/2021
00 19/01/2021 पॉक्सो कोटा 29/01/2021
सरवर आजमी 20/12/2019 जयपुर बम ब्लास्ट कोर्ट 2/01/2020
मो. सैफ 20/12/2019 जयपुर बम ब्लास्ट कोर्ट 2/01/2020
सैफुर्रहमान 20/12/2019 जयपुर बम ब्लास्ट कोर्ट 2/01/2020
मो. सलमान 20/12/2019 जयपुर बम ब्लास्ट कोर्ट 2/01/2020
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