किशनगढ़ में फिर मिलीं मार्बल-ग्रेनाइट की 15 बोगस फर्में
स्टेट जीएसटी विभाग की कार्रवाई
12.56 करोड़ रुपए की फर्जी बिलिंग कर 2.25 करोड़ रुपए की आईटीसी अन्य फर्मों को दी, मामले की विस्तृत जांच जारी
अजमेर। स्टेट जीएसटी विभाग ने एक बार फिर किशनगढ़ में मार्बल एवं ग्रेनाइट की 15 बोगस फर्मों का खुलासा किया है। इन फर्मों ने 12.56 करोड़ रुपए की फर्जी बिलिंग कर 2.25 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) उठा लिया। विभाग इस मामले की विस्तृत जांच कर रहा है। इन फर्मों ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर विभाग में पंजीयन कराया था। कर अधिकारियों ने जीएसटी एवं ई-वे बिल पोर्टल पर इन फर्मों की उपलब्ध विभिन्न सूचनाओं और आंकड़ों का अध्ययन किया तो इनके फर्जी होने का शक हुआ। विभाग के अतिरिक्त आयुक्त रामप्रसाद के निर्देश पर किशनगढ़ वृत्त कार्यालय के उपायुक्त भवानीशंकर जोशी के नेतृत्व में पांच टीमों ने बुधवार को इन फर्मों द्वारा दिए गए पतों के भौतिक सत्यापन के लिए दबिश दी।
फर्मों की जगह खाली भूखण्ड मिले
लेकिन यहां अधिकतर जगह खाली भूखण्ड मिले, तो कुछ जगह दूसरी फर्में संचालित मिलीं। प्राथमिक जांच में उजागर हुआ है कि इन फर्मों ने फर्जी बिजली बिल, किरायानामा सहित अन्य दस्तावेजों के आधार पर विभाग में पंजीयन कराया। यह भी पाया गया कि अधिकतर फर्मों ने दो से तीन महीने पहले ही पंजीयन कराया था।
बाहर की फर्मों को अग्रेषित की आईटीसी
जांच में सामने आया कि इन फर्मों ने 12.56 करोड़ रुपए की फर्जी बिलिंग कर 2.25 करोड़ की आईटीसी राज्य के बाहर की फर्मों को अग्रेषित की। इन फर्मों ने आंध्रप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, उड़ीसा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल में स्थित फर्मों को माल बेचना दर्शाया। विभाग इन सभी फर्मों द्वारा किए गए कारोबार की गहनता से पड़ताल कर रहा है। साथ ही इन फर्मों के पंजीयन के प्रभावी तिथि से निरस्तीकरण एवं आईटीसी रिवर्सल की नियमानुसार कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
एक पखवाड़े में 33 फर्में पकड़ीं
विभाग बीते एक पखवाड़े में ही किशनगढ़ में मार्बल एवं ग्रेनाइट की 33 फर्जी फर्मों का खुलासा कर चुका है। विभाग ने बीते दो अगस्त को 18 बोगस फर्मों पर कार्रवाई की थी। इसमें से दो फर्में सेन्ट्रल जीएसटी विभाग में पंजीकृत थीं। इन 33 फर्जी फर्मों ने 69.91 करोड़ रुपए की फर्जी बिलिंग कर 12.36 करोड़ रुपए गलत तरीके से आईटीसी ली है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि विभाग ने अन्य 24 फर्जी फर्मों पर भी कार्रवाई की थी, जिन्होंने सेन्ट्रल जीएसटी विभाग में पंजीयन कराया था। विभाग ने इन फर्जी फर्मों पर नियमानुसार कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को लिखा था।
किशनगढ़ बना फर्जी फर्मों का गढ़
वर्तमान में किशनगढ़ फर्जी फर्मों का गढ़ बन चुका है। यह बात इससे पुख्ता होती है कि सेन्ट्रल जीएसटी एवं स्टेट जीएसटी की टीमें बीते तीन महीने में ही यहां 240 से अधिक फर्जी फर्मों का खुलासा कर चुकी हैं। मौजूदा दौर में भी दोनों विभाग के आलाअफसर यहां फर्जी फर्मों पर निरन्तर निगरानी बनाए हुए हैं।
चला रहे विशेष अभियान
विभाग के अतिरिक्त आयुक्त रामप्रसाद ने बताया कि फर्जी फर्मों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है, ताकि इनके नेटवर्क को तोड़कर राजस्व हानि को रोका जा सके। फिलहाल इन फर्जी फर्मों के प्रभावी तिथि से पंजीयन निरस्तीकरण एवं आईटीसी रिवर्सल की कार्रवाई की जा रही है।
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