रोशनी से सराबोर हो रहा दशहरा मेला, पिक्सल प्रोग्रामिंग की आकर्षक सजावट से जगमग हुआ परिसर
हर चौराहे पर लग रही आकर्षक 30 मिनट की कंप्यूटर डिजाइनिंग , रुक कर देखने को मजबूर हो रहे लोग
नगर निगम भवन से लेकर पूरे मेला परिसर, सीएडी सर्किल, डॉल्फिन पार्क से गेट नंबर 4 तक और मेला ग्राउंड के आसपास के क्षेत्र को विद्युत से सजाया गया है। परिसर में पिक्सल प्रोग्रामिंग के द्वारा स्पेशल लाइटिंग की गई है। जो पूरे मेले को जगमग करने के साथ ही आकर्षक भी बना रही है।
कोटा। राष्ट्रीय दशहरा मेला में हर शाम सुनहरी दिखाई दे रही है। शाम ढलते ही मेला परिसर रोशनी से सराबोर हो जगमगा उठता है। तरह तरह की एलईडी लाइट्स की रंगीन रोशनी आँखों को भी सुकून दे रही है। मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा ने बताया कि इस बार संपूर्ण मेला परिसर में 42 विद्युत पोल नए लगवाए गए हैं। वहीं पारंपरिक बल्ब या लड़ी की जगह एलईडी लाइट्स लगाने को कहा है। जिससे विद्युत खर्च में भी कमी आई है। नगर निगम भवन से लेकर पूरे मेला परिसर, सीएडी सर्किल, डॉल्फिन पार्क से गेट नंबर 4 तक और मेला ग्राउंड के आसपास के क्षेत्र को विद्युत से सजाया गया है।
मेला अधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि आपात स्थितियों के लिए परिसर में विभिन्न स्थानों पर 15 जनरेटर लगाए हैं। इनमें 2 जनरेटर ग्राउंड में रोड लाइट को निर्बाध चालू रखने के लिए लगाए है। रात की पारी में 10 कर्मचारी अलर्ट मोड पर ड्यूटी पर हैं। विद्युत आपूर्ति कंपनी केईडीएल भी मेला परिसर में केम्प कर रही है। सभी दुकानदारों को विद्युत कनेक्शन देने का काम किया गया है।
सहायक मेला अधिकारी मुख्य अभियंता प्रेमशंकर शर्मा ने बताया कि परिसर में पिक्सल प्रोग्रामिंग के द्वारा स्पेशल लाइटिंग की गई है। जो पूरे मेले को जगमग करने के साथ ही आकर्षक भी बना रही है। इसमें हर चौराहे और तिराहे पर कंप्यूटर से 30 मिनट का प्रोग्राम सेट किया गया है। जो अलग अलग डिजाइनिंग वर्क से लोगों को कुछ देर ठहरने पर मजबूर कर देता है। अधीक्षण अभियंता राकेश शर्मा ने बताया कि परिसर में पिक्सल लाइट, एसएमडी लाइट, एलईडी वीडियो वॉल, रोप लाइट, एलईडी फ्लर्ट, एलईडी पार समेत विभिन्न प्रकार की लाइट से सजावट की गई है।
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