120 किलो वजन के साथ दो बार एंजियोप्लास्टी करवा चुके मरीज का हुआ सफल नी रिप्लेसमेंट
अगले ही दिन वॉकर की मदद से चलने लगा मरीज
120 किलो का वजन होने के कारण यह बहुत जटिल ऑपरेशन था। इतना ज्यादा वजन होने के कारण मरीज को हार्ट की बीमारियों ने भी जकड़ लिया जिसके चलते उसे दो बार एंजियोप्लास्टी भी करानी पड़ी।
जयपुर। भरतपुर निवासी 50 वर्षीय हरीश गुप्ता (परिवर्तित नाम) को कई वर्षों से चलने फिरने में परेशानी थी व नी रिप्लेसमेंट कराना था। लेकिन 120 किलो का वजन होने के कारण यह बहुत जटिल ऑपरेशन था। इतना ज्यादा वजन होने के कारण मरीज को हार्ट की बीमारियों ने भी जकड़ लिया जिसके चलते उसे दो बार एंजियोप्लास्टी भी करानी पड़ी। जब मरीज का चलना-फिरना बिलकुल बंद होने लगा तब परिजनों ने जयपुर में कार्यरत जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. आशीष राणा गोयल को दिखाया। डॉ. आशीष राणा ने अपनी सहयोगी टीम के साथ 120 किलो के इस मरीज के जटिल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
सर्जरी के अगले ही दिन वॉकर की मदद से मरीज चलने लगा और करीब दो हफ़्तों के आराम के बाद पुनः अपनी जीवनशैली में लौट सकता है। डॉ. आशीष राणा ने बताया कि इतने ज्यादा वजन और दो बार एंजियोप्लास्टी होने से यह ऑपरेशन बहुत जटिल था व रिस्क भी ज्यादा था। लेकिन मरीज के सहयोग और टीम के साथ से यह ऑपरेशन सफल हुआ।
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