राज्यपाल पद छोड़ना चाहते हैं कोश्यारी बोले : मोदी को करा दिया अवगत

महाराष्ट्र से मिले स्नेह को कभी नहीं भूल सकता

राज्यपाल पद छोड़ना चाहते हैं कोश्यारी बोले : मोदी को करा दिया अवगत

कोश्यारी ने कहा कि संतों, समाज सुधारकों और वीर सेनानियों की भूमि महाराष्ट्र जैसे महान राज्य के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए पूर्ण सम्मान एवं सौभाग्य की बात है। पिछले तीन साल से कुछ ज्यादा समय के दौरान महाराष्ट्र की जनता से मिले प्यार और स्नेह को मैं कभी नहीं भूल सकता।

मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया मुंबई यात्रा के दौरान राजनीतिक जिम्मेदारियों से हटने की अपनी इच्छा से अवगत करा दिया था।  राजभवन की ओर से जारी एक बयान में कोश्यारी ने अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य मनोरंजक गतिविधियों में बिताने की इच्छा व्यक्त की है।

महाराष्ट्र से मिले स्नेह को कभी नहीं भूल सकता

कोश्यारी ने कहा कि संतों, समाज सुधारकों और वीर सेनानियों की भूमि महाराष्ट्र जैसे महान राज्य के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए पूर्ण सम्मान एवं सौभाग्य की बात है। पिछले तीन साल से कुछ ज्यादा समय के दौरान महाराष्ट्र की जनता से मिले प्यार और स्नेह को मैं कभी नहीं भूल सकता।

मोदी से हमेशा स्नेह मिला

Read More भारत में नहीं चाहिए 2 तरह के जवान, इंडिया की सरकार बनने पर अग्निवीर योजना को करेंगे समाप्त : राहुल

राज्यपाल ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री से हमेशा प्यार और स्नेह मिला है तथा मुझे इस संबंध में भी आगे भी ऐसा ही स्नेह मिलने की उम्मीद है। 

Read More BJP List : लद्दाख लोकसभा सीट पर नया चेहरा उतारा

Tags: koshyari

Post Comment

Comment List

Latest News

सिद्दारमैया ने आरक्षण नीतियों में मोदी के दावों का किया खंडन, ज्ञान की कमी का लगाया आरोप सिद्दारमैया ने आरक्षण नीतियों में मोदी के दावों का किया खंडन, ज्ञान की कमी का लगाया आरोप
कांग्रेस ने आरक्षण कोटा पिछड़े वर्गों और दलितों से मुसलमानों को स्थानांतरित कर दिया है, एक झूठ है। उन्होंने प्रधानमंत्री...
लोकसभा चुनाव की राजस्थान में भजनलाल शर्मा ने संभाली कमान, किए धुआंधार दौरे 
रोड़वेज अधिकारियों को अब समय से पहुंचना होगा कार्यालय, लगाई बायोमेट्रिक मशीन
अखिलेश ने कन्नौज से भरा पर्चा, चुनावी जंग हुई दिलचस्प
एक समाज के प्रत्याशियों वाली सीटों पर अन्य बाहुल्य जातियों के भरोसे मिलेगी जीत
बाल वाहिनी अब होंगी और अधिक सुरक्षित
पुलिया का काम सात माह से अटका पड़ा, बढ़ी दिक्कतें