असर खबर का - वन विभाग ने 4 वन कर्मचारियों को किया सस्पेंड
नवज्योति ने उजागर किया था वनक्षेत्र में अवैध कटान का मामला
जांच में निलंबित कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने पर नुकसान की रिकवरी की जाएगी।
कोटा। चंबल घड़ियाल सेंचूरी से सटे पीपल्दा सेंड वन खंड में अवैध कटान के मामले में वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए 4 वन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, मामले को लेकर जांच शुरू कर दी है। बता दें, दैनिक नवज्योति ने 23 फरवरी के अंक में कोटा वन मंडल की नाक के नीचे बेधड़क जंगल साफ कर रहा माफिया शीर्षक से खबर प्रकाशित कर वनक्षेत्र में मिलीभगत से दिनदहाड़े हो रहे अवैध कटान को उजागर किया था। इसके बाद वन विभाग हरकत में आया और मामले में दोषी पाए जाने पर 2 वन रक्षक और 2 फोरेस्टर को निलंबित कर दिया है। कोटा वनमंडल ने सुल्तानपुर रैंज के फोरेस्टर देवेंद्र पाल व नाकेदार वन रक्षक सुनील पंकज को निलंबित कर दिया। वहीं, रामगढ़ टाइगर रिजर्व ने भी कार्रवाई करते हुए इटावा रैंज के वनपाल रामगोपाल व वन रक्षक मनीष सैन को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
इन कर्मचारियों को किया निलंबित
पीपल्दा सेंड वन खंड करीब 548 हैक्टेयर में फैला वनक्षेत्र है। जिसका आधा हिस्सा रामगढ़ टाइगर रिजर्व में तो आधा हिस्सा कोटा वन मंडल में आता है। दोनों ही तरफ के जंगलों में लंबे समय से वनकर्मियों की मिली भगत से अवैध कटान हो रहा था। जिसका खुलासा दैनिक नवज्योति ने खबर प्रकाशित कर किया था। इस पर दोनों ही विभागों ने मामले की जांच शुरू कर दी। कोटा वनमंडल के उप वन संरक्षक अपूर्वा कृष्ण श्रीवास्तव ने कार्रवाई करते हुए 12 मार्च को सुल्तानपुर रैंज के फोरेस्टर देवेंद्र पाल व वन रक्षक सुनील पंकज को मामले में दोषी पाए जाने पर सस्पेंड कर दिया। इसी तरह रामगढ़ टाइगर रिजर्व के डीएफओ संजीव शर्मा ने 14 मार्च को इटावा रैंज के वनपाल रामगोपाल व वन रक्षक मनीष सैन को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया। मामले की जांच केशवराय पाटन के सहायक उप वन संरक्षक को सौंपी है।
1.14 हैक्टेयर में हुआ कटान
कोटा वन मंडल के डीएफओ अपूर्वा कृष्ण ने बताया कि पीपल्दा वन खण्ड के हमारे दायरे मेंआने वाले क्षेत्र में 1.14 हैक्टेयर में अवैध कटान हुआ है। जिसके नुकसान का आकलन कर लिया गया है। वहीं, मामले को लेकर रेंजर के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू करवा दी है। यदि, जांच में निलंबित कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने पर नुकसान की रिकवरी की जाएगी।
सैंकड़ों बीघा में पेड़ों के ठूंठ ही बचे
कोटा वन मंडल व चंबल घड़ियाल सेंचुरी क्षेत्र में तस्करों ने सैंकड़ों बीद्या वनभूमि से पेड़ काट दिए हैं। दूर-दूर तक ठूंठ ही नजर आ रहे हैं। वहीं, कई जगहों पर लकड़ियों के गट्ठे पड़े हुए हैं। पेड़ों के ठूंठ देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन इलाकों में अवैध कटान लंबे समय से कितने बड़े स्तर पर जारी रहा, जो मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है।
सुल्तानपुर रैंज में स्थित पीपल्दा वनखंड क्षेत्र में लगातार अवैध कटान की शिकायतें मिल रही थी। जब ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की तो वे हर बार रामगढ़ टाइगर रिजर्व के चंबल घड़िया क्षेत्र में अवैध कटान होना बताते थे। इस पर मैंने स्वयं मौके पर पहुंचकर देखा तो हमारे और रामगढ़ टाइगर रिजर्व के घड़ियाल दोनों ही क्षेत्र में अवैध कटान मिला। मामले में लापरवाही मिलने पर मदनपुरा नाका प्रभारी वन रक्षक सुनील पंकज और फोरेस्टर देवेंद्र पाल को तुरंत निलंबित कर दिया है। हमारे क्षेत्र में 1.14 हैक्टेयर में अवैध कटान हुआ है। इसके नुकसान का आंकलन कर दोषी कर्मचारियों से नुकसान की भरपाई की जाएगी।
- अपूर्वा कृष्ण श्रीवास्तव, डीएफओ कोटा वन मंडल
चंबल घड़िया सेंचुरी क्षेत्र में अवैध कटान की शिकायतें आ रही थी। जिस पर मामले की जांच करवाई तो शिकायतें सही मिलने पर इटावा रैंज के वनपाल राम गोपाल और वन रक्षक मनीष सेन को तुरंत सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच केशवराय पाटन एसीएफ को सौंपी गई है।
- संजीव कुमार शर्मा, डीएफओ, रामगढ़ टाइगर रिजर्व बूंदी
दोषियों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
पीपल्दा सेंड वनखण्ड में वन कर्मचारियों की मिलीभगत से दिनरात अवैध कटान हो रहा था। अधिकारियों की जांच में ग्रामीणों की सभी शिकायतें सही पाई गई। ऐसे में जंगल को हुए नुकसान की भरपाई दोषी वन कर्मचारियों से की जाए। साथ ही निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए ताकि दूसरे कर्मचारियों के बीच तस्करों का साथ देने व वन अपराध में लिप्त होने पर कड़ी कार्रवाई का संदेश जाए।
- ओम प्रकाश मीणा, पूर्व सरपंच, झाड़गांव ग्राम पंचायत
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