डोल्फिन पार्क से डोल्फिन गायब, सजा डोजर
कंडम हो चुके डोजर को रंग रोगन कर सजाया
पार्क का संचालन पहले न्यास करता था लेकिन अब नगर निगम कर रहा है।
कोटा। नगर विकास न्यास की ओर से सीएडी चौराहे पर बनाया तो डोल्फिन पार्क था। जिसमें डोल्फिन लगाई गई थी। लेकिन फिलहाल वहां से डोल्फिन तो गायब हो गई है उसकी जगह पर डोजर को सजाकर रखा गया है। सीएडी चौराहे पर नगर निगम कार्यालय के सामने स्थित चौराहा है जिसमें बने पार्क का नाम है डोल्फिन पार्क। कई साल पहले बने इस पार्क में पहले बीच में बड़ी सी डोल्फिन लगी हुई थी। यह लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी बनी हुई थी। लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे डोल्फिन गायब हो गई। उसके बाद यहां नई डोल्फिन लगाने की जगह यह खाली पड़ा रहा। वहीं कुछ समय पहले नगर निगम की ओर से यहां एक डोजर(जेसीबी) को रंग रोगन कर सजाकर रखा गया है। हालांकि यह साइड में है लेकिन यहां आने वाले इसे देखकर आश्चर्य भी करते हैं कि यह क्या चीज है। हालांकि पहले यहां फव्वारे भी चलते थे लेकिन अब वह भी नहीं चल रहे हैं। पार्क का संचालन पहले न्यास करता था लेकिन अब नगर निगम कर रहा है।
कंडम डोजर का किया उपयोग
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि पार्क की डोल्फिन टूटने से यह खाली पड़ा हुआ था। वहीं दशहरा मैदान में एक कंडम डोजर रखा हुआ था। जो किसी काम नहीं आ रहा था। कुछ समय पहले नगर निगम की ओर से उस डोजर को रंग रोगन कर सजाया गया। जिसे डोल्फिन पार्क में रखा गेया है। जिससे यह लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इससे पहले यह डोजर दशहरा मैदान में पड़े-पड़े कबाड़ हो रहा था। यहां रखने से इसका उपयोग हो गया है।
रिवर फ्रंट के सकतपुरा साइड पर बना डोल्फिन चौराहा
सीएडी चौराहा स्थित डोल्फिन पार्क तो डोल्फिन गायब होने के साथ ही नाम का रह गया। वहीं उसके स्थान पर नगर विकास न्यास की ओर से बनाए गए चम्बल रिवर फ्रंट पर सकतपुरा साइड वाले गेट के सामने डोल्फिन चौराहा बनाया गया है। यहां रिवर फ्रंट के मुख्य द्वार के सामने बड़ा स्टेच्यू बनाकर उसमें डोल्फिन रखी गई है। जिससे यह आकर्षण का केन्द्र भी बनी हुई है।
Comment List