Lok Sabha Elections की आचार संहिता में अटके टेंडर, मानसून से पहले सड़कों की नहीं हो सकेगी मेंटिनेंस
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से हर साल मानसून से पहले सड़कों की मरमत का कार्य किया जाता है, जिसमें ग्रामीण, शहरी और मुख्य जिला सड़कों के साथ ही राज्य राजमार्गों का कार्य शामिल है।
जयपुर। प्रदेश भर में मानसून से पहले खस्ता हाल सड़कों की मरम्मत इस बार नहीं हो सकेगी। लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के चलते सड़कों के मरमत कार्य को लेकर टेंडर नहीं हो सके। ऐसे में अब मानसून समाप्ति के बाद ही टूटी सड़कों की मेंटेनेंस का कार्य हो सकेगा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से हर साल मानसून से पहले सड़कों की मरमत का कार्य किया जाता है, जिसमें ग्रामीण, शहरी और मुख्य जिला सड़कों के साथ ही राज्य राजमार्गों का कार्य शामिल है। इस बार 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के कारण मेंटेनेंस के लिए विभाग स्तर पर टेंडर नहीं हो सकते। ऐसे में 25 जून से संभावित मानसून आवक के मध्य नजर इस बार सड़कों की मेंटेनेंस के कार्य नहीं हो सकेंगे। विभाग के अधिकारियों के अनुसार कम समय होने के कारण टेंडर होना संभव नहीं है, लेकिन जिन सड़कों के निर्माण के दौरान मेंटेनेंस की गारंटी में शामिल है, उन सड़कों पर संबंधित ठेकेदार की ओर से मेंटेनेंस के कार्य किए जा रहे हैं। मानसून समाप्ति के बाद बड़े स्तर पर मेंटेनेंस के काम हाथ में लिए जाएंगे।
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