![मानसून की एंट्री, बारिश का दौर जारी](https://dainiknavajyoti.com/media-webp/c200x160/2024-06/6633-copy.jpg33.jpg)
जयपुर में एक घंटे झमाझम, सड़कें लबालब, बिजली गुल
बारिश से जलभराव को लेकर नगर निगम ग्रेटर ने सांगानेर जोन, मानसरोवर, मालवीय नगर, जगतपुरा, मुरलीपुरा, विद्याधरनगर और झोटवाड़ा के उपायुक्त को प्रभारी बनाया है।
जयपुर। राजधानी जयपुर में करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई। जयपुर कलेक्ट्रेट पर करीब 88 एमएम यानि तीन इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इसके गर्मी और उमस से राहत मिली वहीं एक घंटे की बारिश में जयपुर में प्रशासन के दावों की पोल खुल गई। निचले इलाकों और कच्ची बस्तियों में पानी भर गया। ऐसे में पहली ही तेज बारिश जयपुर में राहत की बजाय आफत ज्यादा बन गई। शहर में बारिश का दौर देर रात तक रिमझिम के रूप में चलता रहा।
बारिश आई, बिजली गई
बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में बिजली सिस्टम और मानसून पूर्व मेंटिनेंस की पोल खुल गई। शहर के झोटवाड़ा, विद्याधर नगर, मुरलीपुरा सहित कई इलाकों में बिजली ट्रिपिंग और बिजली गुल होने की शिकायतों का अंबार लग गया। भवानी निकेतन के सामने वाले इलाके में बारिश के साथ बिजली गुल हो गई। विभाग ने उपभोक्ताओं की शिकायत भी दर्ज नहीं की और देर रात तक बिजली गुल रही। शहर के ड्रेनेज सिस्टम के खराब होने से सीकर रोड पर बारिश के पानी से कई किलोमीटर लम्बा वाहनों का जाम लग गया। घुटनों-घुटनों तक पानी आ गया, इससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड पर भी सड़क पर पानी भरने से यातायात प्रभावित हुआ। घाट की गूणी पर पहाड़ों से पानी के साथ मिट्टी आने से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश में नालों की खुली पोल, शहर की सड़कें लबालब, नालों की सफाई में करोड़ रुपए खर्च, फिर भी गंदगी से अटे पड़े नाले
जयपुर नगर निगम प्रशासन की अनदेखी के चलते शहर के नालों की सही तरीके से सफाई नहीं हो सकी। तेज बारिश से शहर की सड़कें लबालब हो गई और कई कॉलोनियों में भी पानी भर गया। ऐसे में आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं सीकर रोड पर तो इतना पानी भर गया कि कारें तक डूब गई। शहर के ड्रेनेज सिस्टम के लिए शहर में 1200 से अधिक छोटे बड़े नाले हैं। इनकी साफ-सफाई की नगर निगम जयपुर ग्रेटर एवं हेरिटेज के पास जिम्मेदारी है। इनकी हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर सफाई का कार्य किया जाता है, लेकिन निगम प्रशासन की अनदेखी के चलते इनका कचरा नहीं उठाया जाता। ऐसे में कचरा बारिश से वापस नालों में ही भर जाता है। बारिश का पानी नालों के स्थान पर सड़कों पर जमा हो गया। इससे शहर में जगह-जगह यातायात जाम होने से वाहन चालकों एवं राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा और लोग घंटों जाम में फंसे रहे। बारिश से जलभराव को लेकर नगर निगम ग्रेटर ने सांगानेर जोन, मानसरोवर, मालवीय नगर, जगतपुरा, मुरलीपुरा, विद्याधरनगर और झोटवाड़ा के उपायुक्त को प्रभारी बनाया है। इन्हें अपने क्षेत्र में स्थापित बाढ़ नियंत्रण केन्द्र पर पूर्ण व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
यहां भर गया पानी
बारिश से ढेहर के बालाजी सीकर रोड, रोड नंबर-14, विद्याधर नगर, शास्त्रीनगर, पानीपेच तिराहा, कलेक्ट्री सर्किल, लता सर्किल झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, सुभाषचौक, आमेर, ट्रांसपोर्ट नगर सहित अन्य स्थानों पर पानी भर गया।
महापौर ने किया दौरा
नगर निगम जयपुर हेरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर ने जलभराव को लेकर विभिन्न स्थानों का दौरा किया। महापौर ने सुशीलपुरा, खातीपुरा सहित अन्य स्थानों पर नियंत्रण कक्ष का भी निरीक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों को निर्देश दिए।
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