साठ साल बाद भी आधा शहर बस की सुविधाओं से दूर

छह दशक में कोटा में बने रोडवेज के तीन बस स्टैंड,1964 तक श्रीपुरा में संचालित होता था पहला रोडवेज बस स्टैंड,157 बसों का बेड़ा 70 पर सिमटा

साठ साल बाद भी आधा शहर बस की सुविधाओं से दूर

पिछले साठ साल में राजस्थान पथ परिवहन निगम ने तीन बस स्टैंड का सफर तय किया । लेकिन जिस प्रकार से शहर की आबादी बढ़ी उसके अनुसार ना तो बस स्टैंड का विस्तार हुआ ना ही बसों का। आज कोटा देश में शिक्षा नगरी के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है । लेकिन यहां आज भी परिवहन के संसाधन सीमित ही हैं।

कोटा।  पिछले साठ साल में राजस्थान पथ परिवहन निगम ने तीन बस स्टैंड का सफर तय किया । लेकिन जिस प्रकार से शहर की आबादी बढ़ी उसके अनुसार ना तो बस स्टैंड का विस्तार हुआ ना ही बसों का। आज कोटा देश में शिक्षा नगरी के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है । लेकिन यहां आज भी परिवहन के संसाधन सीमित ही हैं। आमजन के लिए रोडवेज सस्ता व सुगम साधन है  लेकिन कोटा का दुर्भाग्य ही कहें ही यहां के बस स्टैंड में 157 बसे ंहुआ करती थी वह अब घटकर महज 70 रह गई है। यह कोटा की आबादी के हिसाब से बहुत कम है। संजय नगर में बना नया रोडवेज बस स्टैंड तो विशाल बन गया लेकिन अभी यहां से बसें कम ही संचालित होती है। जिससे लोगों को नयापुरा जाना मजबूरी बना हुआ है। बूंदी, जयपुर, नैनवां, टौंक, उनियारा, झालावाड़, बारां की बसें अभी नयापुरा बस स्टैंड की सवारियों से पूरी बस भरती है।

पहला बस स्टैंड श्रीपुरा में होता था संचालित
छह दशक पहले तक  रोडवेज बसों का संचालन श्रीपुरा से हुआ करता था। कालांतर में शहर का विकास हुआ जिससे श्रीपुरा का बस स्टैंड छोटा पड़ने लगा। 1964 में  नयापुरा बस स्टैंड से रोडवेज बसों का संचालन होना शुरू हुआ । यहां पर करीब 157 बसों का विभिन्न रूटों पर संचालन होता था। 1964 में जब नयापुरा बस स्टैंड के आंगन में पहली बस ने कदम रखा तो काफी खुला-खुला शहर था, उसके बाद शहर बढ़ता गया, लोग बढ़ते गए। जरूरत बढ़ती गई और बसों को खड़ा रहने की जगह कम पड़ने लगी। जनवरी 2007 से बड़ा बस स्टैंड बनाने की योजना बनने लगी। 2007-2008 में संजय नगर में रोडवेज का नया बस स्टैंड तैयार हुआ । करीब 49 साल तक नयापुरा बस स्टैंड लोगों के आवागमन के लिए बसें उपलब्ध कराता आ रहा था। बाद में नया बस स्टैंड बनने के बाद इसको जोनल बस स्टैंड बना दिया। लेकिन आज भी संजय नगर का  नया बस स्टैंड पूरी तरह से आबाद नहीं होने से नयापुरा से अधिकांश बसे संचालित हो रही है। जिससे शहर की आधी आबादी बसों के लिए अब भी नयापुरा बस स्टैंड पर आश्रित है।

रोडवेज में स्टॉफ व बसों की कमी से  व्यवस्था की टूट चुकी कमानियां
राजस्थान रोडवेज में चालकों और परिचालकों की कमी के चलते कोटा के विभिन्न रूटों पर बसों को कम कर दिया गया है।  इस कारण यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।  पहले कोटा डिपो में रोडवेज की 120 बसें थी जो अब 70 रह गई हैं।  इतना ही नहीं रोडवेज के पास मैकेनिक के 96 पद हैं, लेकिन फिलहाल 65 कार्यरत हैं।  इस कारण इन 70 बसों की रूटिंग में होने वाली चैकिंग भी समय पर नहीं हो पाती है, जिससे कई बार बसें रास्ते में ही खराब हो जाती है और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोडवेज में नई बसों और कर्मचारियों की भर्ती को लेकर रोडवेज कर्मियों के विभिन्न संगठन लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर नई भर्ती की मांग कर रहे है। कोटा डिपों में स्टॉफ कम होने के बावजूद राजस्व में पिछले सात माह से जोनल आॅफ मंथ आ रहा है। उसके बावजूद सरकार स्टाफ बढ़ाने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। जिसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। 

बस स्टैंड बने डेढ दशक हो गया लेकिन बसें गिनी चुनी
कोटा शहर की आधी से ज्यादा आबादी नया कोटा में निवास करती है। बढ़ती आबादी के चलते  करीब डेढ़ दशक पहले संजय नगर में नया बस स्टैंड तैयार किया था। तब नयापुरा बस स्टैंड को जोन बस स्टैंड बना दिया था। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि एक दशक बाद भी नया बस स्टैंड पूरी तरह से आबाद नहीं हो सका है। आज भी अधिकांश रूट की बसे नयापुरा से संचालित होती है। रोडवेज प्रशासन की ओर से लंबी दूरी की सभी बसों का नया बस स्टैंड से संचालित करने के आदेश दे रखे है। यहां बसे लगती भी लेकिन यहां बस मिलेगी या नहीं इस चक्कर में लोग नयापुरा बस स्टैंड से बसों में बैठना पसंद करते है। यात्रियों ने बताया कि संजय नगर बस स्टैंड पर सभी सुविधाए तो दे दी लेकिन बस स्टैंड पर बसों के ठहराव और रवाना होने के लिए चालक परिचालकों सख्ती से पाबंद नहीं किया ऐसे में जयपुर, जोधपुर, और अन्य राज्यों में जाने वाली बसे संजय नगर बस स्टैंड से शुरू तो होती है लेकिन सवारियां सारी नयापुरा से बैठती है। ऐसे में बड़ा स्टैंड बनने के बाद भी लोगों को पूरी सुविधा नहीं मिल पाती है। उदयपुर, चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा से आने वाली बसे नयापुरा में सवारियों को उतार देती है। जिससे नया कोटा में रहने वाले लोगों को आॅटो कर  संजय नगर, विज्ञान नगर, विज्ञान नगर आना पड़ता है। नया बस स्टैंड से ही बसों का संचालन और ठहराव हो तो लोगों को अतिरिक्त आॅटो का किराया बच जाता है।

85 रूट में से 62 शेड्यूल पर चल रही बसें
राजस्थान पथ परिवहन निगम के कोटा डिपो में वर्तमान में स्टॉफ की कमी के चलते 85 शेड्युल में से 62 रूट पर ही बसें संचालित की जा रही है। 23 रूट पर अभी बसें कम चलने यात्रियों को घंटों बसों का इंतजार करना पड़ता है। जिन रूट पर बसें चल रही हैं वह भी ओवर क्राउड चल रही है। जिससे कई बार यात्रियों को खड़े खड़े यात्रा करनी पड़ती है।

54 परिचालक कम होने से करनी पड़ रही डबल ड्यूटी
कोटा डिपों में परिचालकों के 147 पद स्वीकृत हैं। जिसमें से 75 कंडक्टर कार्यरत हैं। जिसमें से 47 परिचालक रूट पर चल रहे हैं। 13 चालक कंडक्टर के रूप में काम कर रहे हैं। इसके अलावा 33 बस सारथी लगा रखे हैं। कुल 93 परिचालक सेवाएं दे रहे हंै।

 अच्छा राजस्व देने के बाद भी नहीं मिल रहा स्टॉफ
कोटा डिपों पिछले  साल जनवरी से लेकर जुलाई तक सात माह तक 6 डिपों के जोन में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला डिपों होने के बावजूद यहां स्टॉफ की कमी चल रही है। स्टॉफ पूरा मिले तो रोडवेज की आय और बढ़ सकती है। कोटा डिपों जनवरी 2021  से जुलाई 2021 तक  जोनल आॅफ  मंथ में प्रथम रहा था। पर्याप्त स्टॉफ मिले तो पूरे प्रदेश में अच्छे राजस्व देने वाले डिपों कोटा शामिल हो सकता है।

इनका कहना है
स्टॉफ की कमी के कारण वर्तमान 85 शेड्यूल में 62 शेड्यूल पर बसों का संचालन कर पा रहे है।  इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करा रखा है। स्टॉफ मिलने पर पर रूट पर बसें बढ़ाई जाएगी। नये बस स्टैड़ से सारी बसे संचालित होती है। नयापुरा से शुरू होने वाली बसे भी नया बस स्टैंड होकर ही अपने गतंव्य पर जाती है।
-रघुराज सिंह राजावत, मुख्य आगार प्रबंधक कोटा






Post Comment

Comment List

Latest News

राजस्थान लोकसभा चुनाव - 2024 का दूसरा चरण LIVE : प्रदेश की 13 सीटों के लिए मतदान शुरू राजस्थान लोकसभा चुनाव - 2024 का दूसरा चरण LIVE : प्रदेश की 13 सीटों के लिए मतदान शुरू
पुलिस ने मतदान के लिए चाक चौबंद व्यवस्था की है। अधिकारियों के अनुसार मतदान शांतिपूर्ण करवाने के लिए पुलिस के...
लोकसभा चुनाव - 2024 का दूसरा चरण LIVE : 13 राज्यों की 89 सीटों पर मतदान शुरू
सिद्दारमैया ने आरक्षण नीतियों में मोदी के दावों का किया खंडन, ज्ञान की कमी का लगाया आरोप
लोकसभा चुनाव की राजस्थान में भजनलाल शर्मा ने संभाली कमान, किए धुआंधार दौरे 
रोड़वेज अधिकारियों को अब समय से पहुंचना होगा कार्यालय, लगाई बायोमेट्रिक मशीन
अखिलेश ने कन्नौज से भरा पर्चा, चुनावी जंग हुई दिलचस्प
एक समाज के प्रत्याशियों वाली सीटों पर अन्य बाहुल्य जातियों के भरोसे मिलेगी जीत