धर्म सभा में 100 विद्वानों ने लिया दीपावली मनाने का निर्णय

धर्म सभा में 100 विद्वानों ने लिया दीपावली मनाने का निर्णय

सोमनाथ संस्कृत यूनिवर्सिटी गुजरात के कुलपति प्रोफेसर अर्कनाथ चौधरी ने कहा कि राज मार्तंड ग्रंथ में कहा गया है की लक्ष्मी की पूजा उस दिन करनी चाहिए, जिस दिन कम काल में वृद्धि प्राप्त होती है।

जयपुर। त्रिवेणी नगर में हुई धर्म सभा में 31 अक्टूबर को दीपावली मनाने का निर्णय लिया गया है। धर्मसभा में करीब 100 विद्वानों ने इस पर विचार-विमर्श किया, जिसमें संस्कृत के सेवारत, सेवानिवृत्त प्रोफेसर्स के साथ, धर्मशास्त्री, ज्योतिषाचार्य भी मौजूद रहे। सभा के अध्यक्ष रामपाल शास्त्री ने कहा कि सभी की सहमति से दीपावली का पर्व 31 अक्टूबर को मनाने का निर्णय लिया है।

सोमनाथ संस्कृत यूनिवर्सिटी गुजरात के कुलपति प्रोफेसर अर्कनाथ चौधरी ने कहा कि राज मार्तंड ग्रंथ में कहा गया है की लक्ष्मी की पूजा उस दिन करनी चाहिए, जिस दिन कम काल में वृद्धि प्राप्त होती है। नासा के गणितीय आंकड़ों ने हमारे त्यौहारों को समाप्त करने का कार्य किया है, जिससे लोगों में भ्रम उत्पन्न हुआ है और दीपावली 2-2 दिन मनने लग गई है।

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