संजय बाजार पर अवैध हटवाड़े के विरोध में व्यापारी देंगे 12 दिसंबर को धरना
आर-पार की लड़ाई का ऐलान
संजय बाजार व्यापार मंडल और जयपुर व्यापार महासंघ ने अवैध हटवाड़े के विरोध में 12 दिसंबर 2024 को हैरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर धरने का ऐलान किया है
जयपुर। संजय बाजार व्यापार मंडल और जयपुर व्यापार महासंघ ने अवैध हटवाड़े के विरोध में 12 दिसंबर 2024 को हैरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर धरने का ऐलान किया है। इस धरने का उद्देश्य संजय बाजार में अवैध अतिक्रमण को हटाने और व्यापारियों की समस्याओं का समाधान करवाना है। व्यापार मंडल ने मंगलवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में महासचिव विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि संजय बाजार में लगने वाले अवैध हटवाड़े से व्यापारियों का करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। नगर निगम द्वारा बनाई गई करोड़ों की दुकानों में कोई निवेशक रुचि नहीं दिखा रहा है।
व्यापार महासंघ का विरोध
जयपुर व्यापार महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश केडिया ने कहा, "नगर निगम प्रशासन स्थानीय निवेशकों को आकर्षित करने में असफल रहा है। कई बार अधिकारियों को पत्र लिखने और मिलकर समस्याएं बताने के बावजूद प्रशासन व्यापारियों को अनदेखा कर रहा है।"
व्यापारियों की समस्याएं और असंतोष
जयपुर व्यापार महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैलाश मित्तल ने कहा कि प्रशासन व्यापारियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा। अवैध हटवाड़े के कारण व्यापारी संकुचित महसूस कर रहे हैं और न्यायालय के आदेश की अवहेलना की जा रही है। स्थानीय निवासी और एडवोकेट पीयूष अग्रवाल ने बताया कि इन अवैध हटवाड़ों के कारण लोग चारदीवारी क्षेत्र से पलायन को मजबूर हैं।
आर-पार की लड़ाई का ऐलान
संजय बाजार व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुरेश कुमार लश्करों ने बताया कि अब व्यापारियों का धैर्य टूट चुका है। यदि प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता, तो विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा।
12 दिसंबर को मुख्यालय पर धरना
संजय बाजार व्यापार मंडल ने चेतावनी दी है कि 10 और 11 दिसंबर को शहर के प्रमुख बाजारों में होर्डिंग लगाकर विरोध जताया जाएगा। यदि इसके बाद भी प्रशासन उनकी मांगें नहीं मानता, तो 12 दिसंबर को हैरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा।
व्यापार मंडल की सात सूत्री मांगे
1. अवैध हटवाड़े को हटाना और अन्यत्र स्थानांतरित करना।
2. संजय बाजार के विकास के लिए विशेष कमेटी का गठन।
3. दुकानों की नीलामी और अवैध कब्जों की जांच।
4. हटवाड़े के मामलों में पैरवी के लिए अधिवक्ता की नियुक्ति।
5. अवैध सब्जी मंडी और ठेलों को स्थायी रूप से हटाना।
6. डंप वाहनों, अवैध निर्माणों को हटाने और उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन।
7. पार्किंग, रोड सुधार और अन्य बुनियादी विकास कार्यों को गति देना।
व्यापारियों का समर्थन
जयपुर के विभिन्न व्यापार मंडलों ने इस आंदोलन को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है। इनमें जौहरी बाजार, बापू बाजार, त्रिपोलिया बाजार, और अन्य प्रमुख बाजारों के मंडल शामिल हैं। व्यापार मंडल ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों को नहीं माना, तो व्यापारी अपने हक के लिए निर्णायक कदम उठाने को बाध्य होंगे।
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