35 सालों में सबसे निचले स्तर पर अमेरिका के पेट्रोलियम भंडार की मात्रा
कच्चा तेल जारी करने का फैसला किया था
अमेरिका में आपातकालीन उपयोग के लिए संग्रहीत कच्चे तेल की मात्रा 35 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है, क्योंकि देश में ईंधन की कमी को दूर करने के लिए प्रशासन ने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार (एसपीआर) से कच्चा तेल जारी करने का फैसला किया था।
वाशिंगटन। अमेरिका में आपातकालीन उपयोग के लिए संग्रहीत कच्चे तेल की मात्रा 35 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है, क्योंकि देश में ईंधन की कमी को दूर करने के लिए प्रशासन ने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार (एसपीआर) से कच्चा तेल जारी करने का फैसला किया था। अमेरिकी ऊर्जा विभाग से प्राप्त आंकड़ों से इस तथ्य का खुलासा हुआ। ऊर्जा विभाग की ओर से संग्रहीत तेल पर जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार एसपीआर में कच्चे तेल की मात्रा में इस सप्ताह के दौरान 13 मई तक 50 लाख बैरल की कमी आई है। इससे अब यह गिरकर 53.8 करोड़ बैरल तक पहुंच गई है।
यह दर्शाता है कि अमेरिका में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए कच्चे तेल का भंडार वर्ष 1987 के बाद से सबसे निचले स्तर पर है। इस सप्ताह के दौरान 13 मई तक भंडार से निकाले गए 50 लाख बैरल में से कुछ 39 लाख बैरल कच्चे तेल था, जबकि शेष 11 लाख बैरल उच्च स्तर का कच्चा तेल था। निम्न स्तर का कच्चा तेल मध्यम किस्म का तेल होता है जिसमें सल्फर की मात्रा अधिक होती है और यह उच्च स्तर के कच्चे तेल की तुलना में अधिक चिपचिपा होता है। आमतौर पर ट्रक, बस और ट्रेन के साथ-साथ जेट के संचालन के लिए निम्न स्तर के कच्चे तेल की आवश्यकता होती है। दूसरी ओर, उच्च स्तर के कच्चे तेल में सल्फर की मात्रा बहुत कम होती है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से गैसोलीन बनाने के लिए किया जाता है, जिसे अमेरिका के बाहर पेट्रोल के रूप में भी जाना जाता है। यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान के कारण मॉस्को पर अधिकांश पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से कच्चे तेल के निर्यात में भारी कमी आई है। इसके अलावा, कोरोना वायरस महामारी के दौरान कई रिफाइनरियों के बंद होने से भी अमेरिका की तेल शोधन क्षमता में कमी आई है, जिससे समस्या बढ़ गई है।
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