रिश्वत मामले में महिला पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, दलाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से मांगी थी रिश्वत राशि
रिश्वत के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) स्पेशल यूनिट ने बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय इटावा की महिला पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और दलाल के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से रिश्वत राशि मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोटा। रिश्वत के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) स्पेशल यूनिट ने बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय इटावा की महिला पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और दलाल के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से रिश्वत राशि मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीबी मामले की जांच में जुट गई है।
एएसपी स्पेशल यूनिट कोटा के प्रभारी वियज स्वर्णकार ने बताया कि 31 मार्च को यूनिट के उप-अधीक्षक धर्मवीर सिंह को एसीबी की हेल्प लाइन नंबर से सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया था कि जोरावरपुरा पंचायत समिति इटावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पदमावती गोयल के खाते में आए पोषाहार के पैसों की राशि का बीस प्रतिशत कमीशन बतौर रिश्वत के आंगनबाड़ी सुपरवाइजर( महिला पर्यवेक्षक ) इंदू अटल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनीता मीणा के जरिए मांग रही हैं। सूचना पर एसीबी ने गोपनीय सत्यापन कराया । महिला पर्यवेक्षक इंदू अटल एवं अनीता मीणा द्वारा वर्ष 2019-20 में कोरोना काल से पूर्व के पोषाहार के बकाया पेंडिंग बिलों की राशि में से बीस प्रतिशत की राशि की रिश्वत मांगना पाया गया। आरोपी महिला पर्यवेक्षक इंदू अटल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पदमावती गोयल को अपने कार्यालय इटावा में बुलाया जहां पदमावती गोयल को इंदू अटल ने पीपल्दाा निवासी दलाल महावीर शर्मा के सामने कहा कि उसके खाते में पोषाहार के पैसे आए हैं, उनका बीस प्रतिशत के हिसाब से रुपए महावीर शर्मा को दे देना। इसके बाद दलाल आरोपी महावीर शर्मा ने पदमावती पर रुपए देने के लिए कई बार कहा कि इंदू के कमीशन के रुपए वह उसे ही दे तथा अनीता मीणा को नहीं देना है।
इससे पूर्व अनिता मीणा आगनबाड़ी कार्यकर्ता आगनबाड़ी केन्द्र भवानीपुरा, पीपल्दा जिला कोटा ने भी पदमावती गोयल से पोषाहार की राशि का 20 प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत राशि की मांग इन्दु अटल के लिए की गई। इस बाद एसीबी ने 14 अप्रैल 2022 को ट्रेप करने का जाल बिछाया था। इस दौरान महिला सुपरवाइजर अनिता मेहरा, बाल विकास परिया ेजना अधिकारी ईटावा जिला कोटा एवं दलाल महावीर शर्मा पुत्र गोविन्द नारायण निवासी पीपल्दा खुर्द को एसीबी की स्पेशल यूनिट ने पोषाहार के पैसों में से 15 प्रतिशत रिश्वत के लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। लेकिन शक होने पर महिला सुपरवाइजर(पर्यवेक्षक ) इन्दु अटल द्वारा रिश्वत राषि प्राप्त नहीं की गई। इसके बाद एसीबी द्वारा जानकारी करने पर पता चला है कि इटावा पंचायत समिति में करीब 160 आंगनबाड़ी केन्द्र है जिन पर कोरोना काल से पूर्व के पोषाहार के बिलोंं की राशि प्रत्येक केन्द्र पर करीब 30 से 40 हजार रुपये आई थी। प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र से इटावा बाल विकास परिया ेजना अधिकारी के कार्यालय में पदस्थापित महिला पर्यवक्षक इन्दु अटल व अनिता मेहरा द्वारा 20 प्रतिशत कमीशन के पैसे रिश्वत के रुप में दलालों के मार्फत मांगे जा रहे थे। महिला सुपरवाईजर अनिता मेहरा व उसके दलाल महावीर शर्मा को पूर्व में ही गिरफ्तार किया गया था, जो वर्तमान में न्यायिक हिरासत में चह रहे है। दूसरी महिला पर्यवक्षक इन्दु अटल, अनिता मीणा आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं दलाल महावीर शर्मा के विरुद्ध रिश्वत मांंगने का प्रकरण दर्ज किया गया।
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