34 जिलों में लगाए 129 उष्ट्र रोग निदान और उपचार शिविर, ऊंटों के अलावा अन्य पशुओं का भी इलाज
सरकार के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजन
शिविरों में उपचार के लिए कुल 24 हजार 651 ऊंट आए जिनमें से 7 हजार 157 ऊंटों में सर्रा रोग का जबकि 17494 ऊंटों में अन्य रोगों का उपचार किया गया।
जयपुर। प्रदेश में उष्ट्रों का संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में पशुपालन विभाग ने प्रदेश भर के 34 जिलों में129 एक दिवसीय उष्ट्र रोग निदान एवं उपचार शिविरों का आयोजन किया। पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. आनंद सेजरा ने बताया बताया कि 34 जिलों में 129 शिविर आयोजित किए गए जिनमें कुल 35 हजार 517 पशुओं के विभिन्न रोगों की चिकित्सा की गई। उन्होंने बताया कि लक्ष्य से अधिक आयोजित हुए शिविर में जैसलमेर में 12, बाड़मेर में 11 तथा जोधपुर और बीकानेर में 10-10 शिविर आयोजित किए गए।
इन शिविरों में उपचार के लिए कुल 24 हजार 651 ऊंट आए जिनमें से 7 हजार 157 ऊंटों में सर्रा रोग का जबकि 17494 ऊंटों में अन्य रोगों का उपचार किया गया।
इन शिविरों में ऊंटों के अलावा अन्य पशुओं का भी इलाज किया गया जिनकी कुल संख्या 10 हजार 866 रही। राज्य के कुल 2 हजार 135 पशुपालकों ने इन शिविरों में भाग लिया और अपने पशुओं का मौके पर उपचार कराया। शिविर में शामिल होने वाले पशुपालकों में 69 महिला पशुपालक थीं जबकि 2066 पुरुष पशुपालक थे जिन्होंने इन शिविरों का लाभ उठाया। जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, बीकानेर और हनुमानगढ़ जिलों के पशुपालकों में इन शिविरों के प्रति खासा उत्साह दिखा।
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