बाजार में पहली बार आए आईपीएम क्वालिटी के मसाले
मसाले उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया
हाल ही में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मसालों में गुणवत्ता की जांच के दौरान कीटनाशकों के उच्च स्तर पाए गए।
जयपुर। श्याम मसाले ने देश में पहली बार आईपीएम (इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट) क्वालिटी के मसाले बाजार में उतारे हैं। यह कदम उपभोक्ताओं को 100 प्रतिशत शुद्ध और स्वास्थ्य-संवर्धित मसाले उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता
हाल ही में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मसालों में गुणवत्ता की जांच के दौरान कीटनाशकों के उच्च स्तर पाए गए। इस समस्या को देखते हुए श्याम मसाले ने आईपीएम खेती के जरिए कीटनाशक रहित मसाले तैयार करने की पहल की। आईपीएम खेती में पेस्टिसाइड्स का न्यूनतम उपयोग होता है, जिससे उत्पाद पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए बेहतर बनते हैं।
किसानों को जागरूक करने की पहल
कंपनी ने आईपीएम खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया है और अपनी निगरानी में खेती करवाई है। इस प्रक्रिया से मसालों की गुणवत्ता सुनिश्चित की गई है। आईपीएम मसालों के उत्पादन से श्याम मसाले ने उपभोक्ताओं के बीच "स्वास्थ्य और स्वाद का भरोसा" स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
अंतराष्ट्रीय मानक के अनुसार
श्याम मसाले के निदेशक बिदुल अग्रवाल ने बताया कि कंपनी ने स्वास्थ्य और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उत्पाद तैयार किए हैं। इस अवसर पर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मसाले उद्योग में आईपीएम पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम देश में खाद्य सुरक्षा को नई दिशा देगा।
किसान और पर्यावरण को लाभ
श्याम मसाले ने आईपीएम मसालों के निर्माण और वितरण के लिए प्रदीप पारीक कंपनी के सहयोग से यह अभियान शुरू किया है। श्याम मसाले के इस अनूठे प्रयास से न केवल उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले मसाले मिलेंगे, बल्कि किसानों और पर्यावरण को भी लाभ पहुंचेगा।
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