तेजी से बढ़ा रोड ट्रिप टूरिज्म का चलन, पिछले दो महीनों में तकरीबन 3,78,19,977 घरेलू पर्यटक आए राजस्थान घूमने
राजस्थान एक ऐसा राज्य जहां हर यात्रा एक नई कहानी बुनती है - रवि जैन
राजस्थान में रोड ट्रिप टूरिज्म का चलन तेजी से बढ़ा है। बेहतर सड़क सुविधाओं और शानदार राजमार्गों ने यात्रा को आसान बना दिया है
जयपुर। राजस्थान में रोड ट्रिप टूरिज्म का चलन तेजी से बढ़ा है। बेहतर सड़क सुविधाओं और शानदार राजमार्गों ने यात्रा को आसान बना दिया है। अब पर्यटक अपनी कारों और बाइक्स से लॉन्ग ड्राइव का आनंद लेने के लिए जयपुर-जैसलमेर, उदयपुर-माउंट आबू, रणथंभौर-कुम्भलगढ़ जैसे लोकप्रिय रूट को प्राथमिकता दे रहे हैं। पर्यटन सचिव रवि जैन का कहना है कि राजस्थान अपने विविध पर्यटन उत्पादों, आधुनिक बुनियादी ढांचे और सरकार की दूरदर्शी नीतियों के कारण घरेलू यात्रियों की पहली पसंद बनता जा रहा है। रोड ट्रिप टूरिज्म, कॉन्सर्ट टूरिज्म, वीकेंड गेटवे, धार्मिक पर्यटन और एमआईसीई इवेंट्स के बढ़ते प्रभाव से प्रदेश का पर्यटन उद्योग लगातार नई बुलंदियों को छू रहा है।
राजस्थान का पर्यटन काफी विविधता लिए हुए है। यही कारण है कि राजस्थान ने एक बार फिर घरेलू पर्यटन के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नए साल के शुरूआती दौर में ही पिछले दो महीनों जनवरी व फरवरी में तकरीबन 3,78,19,977 तीन करोड़ अठहत्तर लाख उन्नीस हजार नौ सौ सत्ततर घरेलू पर्यटक राजस्थान घूमने आ चुके हैं। जबकि पिछले साल 2024 प्रदेश में 23 करोड़ से अधिक घरेलू पर्यटकों ने भ्रमण किया, जो यह दर्शाता है कि राजस्थान अब वर्षभर पर्यटन के लिए आदर्श बन चुका है। समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक किले, प्राकृतिक सौंदर्य और आधुनिक सुविधाओं के समावेश ने इसे घरेलू यात्रियों की पहली पसंद बना दिया है।
पर्यटन सचिव रवि जैन के अनुसार, राजस्थान अब पूरे साल पर्यटन का केंद्र बना हुआ है। सरकार पर्यटन स्थलों के समग्र विकास पर जोर दे रही है, जिससे पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें। घरेलू यात्रियों के बदलते ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए धार्मिक पर्यटन, वीकेंड गेटवे, एडवेंचर टूरिज्म और विलेज टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। उनका कहना है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में नए पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर उनका विकास किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। राज्य सरकार पर्यटन के सभी पहलुओं को समाहित करते हुए इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
पर्यटन के नए ट्रेंड: धार्मिक पर्यटन और वीकेंड गेटवे की बढ़ती मांग
कोविड के बाद से घरेलू पर्यटन में नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। धार्मिक पर्यटन और वीकेंड गेटवे की लोकप्रियता में जबरदस्त वृद्धि हुई है। चार धाम यात्रा, शिल्पग्राम पर्यटन, आयुर्वेदिक व वेलनेस टूरिज्म, ईको-टूरिज्म और विलेज टूरिज्म जैसे नए थीम पर आधारित यात्राएं तेजी से बढ़ रही हैं।
बुनियादी सुविधाओं में सुधार: हर यात्री के लिए आरामदायक यात्रा
पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में बुनियादी सुविधाओं को लगातार बेहतर बनाया जा रहा है। होटलों में बेहतरीन सेवाओं का विस्तार किया गया है, और पर्यटन स्थलों तक पहुंच को सुगम बनाने के लिए सड़क, परिवहन और गाइड सेवाओं को उच्च स्तर पर विकसित किया गया है।
रवि जैन बताते हैं, विभाग द्वारा पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता, पेयजल, पार्किंग और अन्य आवश्यक सुविधाओं का विस्तार किया है। इसके अलावा, होम-स्टे और हेरिटेज प्रॉपर्टीज को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे पर्यटकों को राजस्थान की पारंपरिक जीवनशैली का अनुभव हो सके।
एमआईसीई और कॉन्सर्ट टूरिज्म में नई संभावनाएं
राजस्थान मीटिंग, इन्सेंटिव कॉन्फ्रेंस व एग्जीबिश्नस ( एमआईसीई) टूरिज्म के क्षेत्र में भी उभरता हुआ डेस्टिनेशन बन रहा है। बड़े कॉर्पोरेट इवेंट, बिजनेस समिट और इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस राजस्थान के विभिन्न शहरों में आयोजित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, राजस्थान अब कॉन्सर्ट टूरिज्म का भी हब बन रहा है जो युवा यात्रियों को आकर्षित कर रहा है।
कला-संस्कृति और वन विभाग का समन्वय: पर्यटन को नया आयाम
राजस्थान में पर्यटन, कला-संस्कृति, पुरातत्व और वन विभाग एक साथ मिलकर राज्य के पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। स्थानीय लोक कलाकारों, पारंपरिक हस्तशिल्प कारीगरों और स्थानीय उत्पादों को पर्यटन से जोड़ा गया है, जिससे पर्यटक न केवल राजस्थान की समृद्ध विरासत को देख पाते हैं बल्कि उसे अनुभव भी कर सकते हैं। रवि जैन कहते हैं, पर्यटन विभाग का प्रयास है कि राजस्थान सिर्फ पर्यटन स्थल न रहे, बल्कि हर यात्री को यहां एक अनोखा अनुभव मिले। यहां कला, संस्कृति और वन्यजीवन को पर्यटन के साथ जोड़ा गया है, जिससे पर्यटकों को और भी अनूठी यात्राओं का अवसर मिल सके।
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