जयपुर में साइबर ठगों पर पुलिस का शिकंजा : 19 मुल्जिम गिरफ्तार, 114 फर्जी सिम करवाई ब्लॉक
साइबर शील्ड के तहत 16 आरोपियों को 170 बीएनएस में गिरफ्तार किया गया
साइबर शील्ड अभियान के तहत जयपुर पश्चिम पुलिस ने करीब 8 टीमों के माध्यम से जिले भर में साइबर फ्रॉड गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की है
जयपुर। साइबर शील्ड अभियान के तहत जयपुर पश्चिम पुलिस ने करीब 8 टीमों के माध्यम से जिले भर में साइबर फ्रॉड गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान थाना करघनी, कालवाड, वैशाली नगर, बगरू, चौमू, मुरलीपुरा, भांकरोटा में 9 मुकदमे दर्ज किए हैं। अभियान के दौरान 19 मुल्जिम गिरफ्तार एक नाबालिग को डिटेन कर जांच के बाद 5 मुल्जिमों को नामजद किया है। अभियान के दौरान खातों में साइबर ठगी से प्राप्त 1 करोड़ 16 लाख 76073 रुपए होल्ड करवाए गए। सेल ने परिवादियों के 22 लाख 40 हजार 464 रुपए रिफण्ड कराएँ हैं। पीड़ितों के 153 मोबाइल 1 फोन रिकवर किए, जिनकी कीमत 40 लाख रुपए है। साइबर शील्ड के तहत 16 आरोपियों को 170 बीएनएस में गिरफ्तार किया गया। अभियान में साइबर फ्रॉड में काम में ली गई 114 फर्जी सिम ब्लॉक करवाई। अभियान के तहत 25 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित कर 10 हजार से ज्यादा लोगों को जागरूक किया गया।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम हनुमान प्रसाद ने बताया कि गठित टीमें ने साइबर शील्ड अभियान के तहत एनसीआरबी, डिजिटल स्त्रोतों, मुखबिरों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर सघन अभियान शुक्रू किया। इसके बाद टीमों ने थाना करधनी, वैशाली नगर, भांकरोटा, बगरू, कालवाड, चौमूं, मुरलीपुरा में कार्रवाई कर 9 एफआईआर दर्ज कर 19 मुल्जिमों को गिरफ्तार व एक नाबालिग को डिटेन किया। इनके कब्जे से मोबाइल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक, सिम कार्ड, चार्जर, कनेक्टर, पावर केबल जब्त किए गए। अभी तक करीब 50 करोड़ की राशि के फ्रॉड के साक्ष्य मिले हैं। कार्रवाई में 80 म्यूल एकाउन्ट फ्रीज करवाए।
ये गैंग दबोच गए
चौमूं थाने में दर्ज प्रकरण में आईडीएफसी बैंक के पूर्व बैंक मैनेजर को पकड़ा, जिसमे आरोपी ने रुपए के लालच में साइबर ठगों के साथ मिलकर कई फर्जी खाते खोले जिनमें अब तक 15 करोड़ की साइबर ठगी के साक्ष्य मिले।
कालवाड थाने में दर्ज प्रकरण में 4 आरोपियों ने आमजन को एस्कॉर्ट सर्विस उपलब्ध करवाने के नाम पर वीआईपी कॉल गर्ल के नाम पर व डिटेक्टिव एजेंसी के नाम डरा धमका पर आमजन को ठग रहे थे।
करचनी में दर्ज प्रकरण में तीन आरोपितों द्वारा नागपुर में मजदूरों को 5000 हजार रुपए का लालच देकर खाते खुलवाकर उक्त बैंक खातों को जयपुर में 20 से 25 हजार रुपए में बेचने के लिए आए थे। आरोपियों के पास 11 नए खुले खातों की चेक बुक, एटीम कार्ड मिले आरोपियों के पास से 8 नई सिम भी मिलीं।
वैशाली नगर में आरोपी फेसबुक इन्स्टाग्राम के माध्यम के खाते खरीदने का विज्ञापन लगाते थे। इन विज्ञापन में दिखाया जाता कि पांच हजार रुपए कमाएं अपने खाते से जिनको देखकर देहरादून से व कालाडेरा से आरोपी अपने खाते बेचने आए, आरोपियों ने पहले भी खुद के खाते बेचे थे।

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