पर्दा हटाओ अभियान : जिला कलक्टर का स्मार्ट विलेज धनौरा का दौरा, घूंघट हटाओ का दिया संदेश
धौलपुर के बाड़ी तहसील की उप तहसील कंचनपुर क्षेत्र का गांव धनौरा अन्य गांवों के लिए प्रेरणा
देश में स्मार्ट विलेज के नाम से पहचान बना चुका सबसे छोटे जिले धौलपुर के बाड़ी तहसील की उप तहसील कंचनपुर क्षेत्र का गांव धनौरा अन्य गांवों के लिए प्रेरणा है। जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल द्वारा पर्दा हटाओ अभियान चलाया गया। इसी क्रम में जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने गांव का दौरा कर ग्रामीण जागरूकता चौपाल का आयोजन किया
कंचनपुर। देश में स्मार्ट विलेज के नाम से पहचान बना चुका सबसे छोटे जिले धौलपुर के बाड़ी तहसील की उप तहसील कंचनपुर क्षेत्र का गांव धनौरा अन्य गांवों के लिए प्रेरणा है। जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल द्वारा पर्दा हटाओ अभियान चलाया गया। इसी क्रम में जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने गांव का दौरा कर ग्रामीण जागरूकता चौपाल का आयोजन किया। जिसमें न केवल गांव के नागरिकों ने बल्कि महिलाओं और बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसी अवसर पर 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे जिला कलक्टर का ग्रामवासियों ने बड़ी गर्मजोशी अभिनंदन कर स्वागत किया। जिला कलक्टर ने गांव के युवाओं से बातचीत की और लाइब्रेरी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्मार्ट विलेज धनौरा की स्मार्ट लाइब्रेरी के लिए किताबें भेंट की और संबोधित कर कहा कि जरूरत पड़ने पर गांव के बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए मैं आगे भी किताबों सहित अन्य मदद को तैयार रहूँगा। उन्होंने सोच बदलो गांव बदलो टीम के संस्थापक आईआरएस अधिकारी डॉ सत्यपाल मीणा की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में ऐसे बिरले ही पैदा होते है,जो समाज के भले के बारे में सोचते है। उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि धन्य है,वो माता-पिता जिन्होंने सत्यपाल जैसे बेटे को जन्म दिया। उन्होंने सोच बदलो गांव बदलो टीम व धनौरा ग्राम विकास समिति की सराहना करते हुए कहा कि आईआरएस अधिकारी डॉ सत्यपाल मीणा की पहल पर ग्रामवासियों ने एकजुटता दिखाई और वर्षों से विवादित खेल मैदान की भूमि का सीमांकन हो पाया। गांव वासियों के सहयोग से अपने अपने ट्रैक्टर,जेसीबी व श्रमदान की बदौलत लगभग 6 बीघा से अधिक भूमि पर खेल मैदान स्टेडियम के रूप में स्थापित होगा। जिसका लाभ गांव के साथ साथ आसपास के गांवों के युवाओं को मिलेगा।
एकजुटता और आपसी तालमेल को सराहा
उन्होंने गांव की एकजुटता और आपसी तालमेल प्रेमभाव को सराहा। उन्होंने कहा कि आईपी गोलबल उड़ान प्रोजेक्ट के अंतर्गत किशोर किशोरी स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का जिला स्तरीय आगाज भी इसी गांव से हुआ जो समूचे देश में अनुकरणीय पहल साबित हुई। उन्होंने इस अवसर पर कोरोनाकाल,बाढ़ के हालातों से निजात,रीट परीक्षा का सफल आयोजन में आमजन की भूमिका, बालिका आत्मरक्षा प्रशिक्षण,जन कल्याणकारी योजनाओं सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस मौके पर धौलपुर जिला कलक्टर की पत्नि विनीता जायसवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि- मैंने केवल धनौरा गांव का नाम ही सुना था, लेकिन कागजों में नहीं हकीकत में ही यह गांव स्मार्ट है। मुझे यहां बहुत ही अच्छा लग रहा है। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा उन्नति का सबसे बड़ा मार्ग है। बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि अगर स्मार्ट गांव में अगर महिलाओं को पर्दा प्रथा से मुक्ति मिल जाये तो वाकई कोई और कमी और खामी नजर नहीं आएगी। उन्होंने समाज सीमा का ध्यान रखकर पर्दा प्रथा से निजात हेतु महिलाओं से अपील की।
कलक्टर दंपती का स्वागत
गांव की महिलाओं, बालिकाओं को गले लगाकर शुभकामनाएं दी। ग्रामीणों ने कलक्टर दंपती का स्वागत करते हुए फूलमालाओं, साफा, प्रतीक चिन्ह देकर भावभीनी विदाई दी। श्याम सिंह मीणा ने कोलाज भेंटकर बधाई दी। प्रेम सिंह मीणा कार्यकर्ता सोच बदलो गांव बदलो टीम ने गांव के विकास कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मंच संचालन मोतीलाल मीणा ने किया। ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष धर्मसिंह मीणा, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी राजकुमार मीणा,मीडिया प्रभारी भगवान सिंह मीणा सहित भारी संख्या में युवा बालक, बालिका व ग्रामीण नागरिक मौजूद रहे।
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