कलक्टर ने बताया कि अधिशाषी अभियन्ता निचली यमुना मण्डल केन्द्र जल आयोग आगरा द्वारा अवगत कराया गया है कि चम्बल नदी का जल स्तर 18 अगस्त को 135 से 136 मीटर तक पहुंचने की संभावना है, जबकि धौलपुर में चंबल नदी का खतरे का निशान 130.79 मीटर पर है।
आश्चर्यजनक पहलू तो यह है कि निलंबन के बाद भी ग्राम विकास अधिकारी एवं विकास अधिकारी द्वारा लाखों रुपए का भुगतान कर दिया गया। जोकि स्पष्ट रूप से नियमों का उल्लंघन एवं घोर वित्तीय लापरवाही को दर्शाता है।
सिंचाई विभाग धौलपुर के अएठ पपेन्द्र मीणा ने बताया कि रविवार को धौलपुर शहर में 67 टट, बाड़ी में 17, बसेड़ी में 12, सैंपऊ 96, राजाखेड़ा में 15, तालाबशाही में 17, उर्मिला सागर में 9 एवं आंगई में 6 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
युवक शिवकुमार बसई नवाब कस्बे में एक निजी चिकित्सक के यहां काम सीखने के लिए आता था काफी समय से युवक अपने गांव से साइकिल के द्वारा सुबह से लेकर शाम तक डॉक्टर के क्लीनिक पर काम करता था बताया जा रहा है कि शुक्रवार दोपहर के समय से युवक शिवकुमार डॉक्टर से यह कह कर आया था कि मैं थोड़ी देर में लौट कर आता हूं। दोपहर करीब 3 बजे से युवक वापस नहीं लौटा है। जिसकी साइकिल और डॉक्टर की दुकान पर ही खड़ी है।
सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों से आई दर्जनों महिलाएं सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक कार्यालय खुलने का इंतजार करती देखी गई। मजबूर महिलाएं वापस लौट गई। परेशान महिलाओं ने उच्चाधिकारियों से लापरवाह ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
घटना की सूचना मजदूरों ने सरपंच को दी तो सरपंच व ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक अज्ञात बदमाश मौके से फरार हो गए। इसके बाद सरपंच ने घटना की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद कई थानों की पुलिस मंगलवार अलसुबह मौके पर पहुंची और घटनास्थल का दौरा कर बदमाशों की तलाश में जुट गई।
थाना प्रभारी गौतम ने बताया कि कार्रवाई के दौरान पुलिस ने स्थाई वारंटी रामकिशन पुत्र रामदीन गुर्जर निवासी चौकीपुरा थाना कोतवाली धौलपुर, लोकेन्द्र सिंह पुत्र रामपाल गुर्जर निवासी मौरोली धौलपुर, महादेवा पुत्र जाहर सिंह गुर्जर निवासी चौकीपुरा धौलपुर, सुरेश पुत्र निहाल सिंह गुर्जर निवासी चौकीपुरा धौलपुर को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी अलग-अलग पुलिस थानों से विभिन्न मुकदमों के वारंटी हैं।
घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचे निहालगंज थाने के एएसआई भरत सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम से झोर वाली माता मंदिर के पास एक्सीडेंट की सूचना मिली। जिस सूचना पर मौके से गुजर रही निहालगंज और महिला थाने की पुलिस ने हादसे में घायल हुए सभी लोगों को एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया।
अब तक इन्हें बदलने वाला कोई भी नहीं आया ह, जिसका खामियाजा वहां से गुजरने वाले राहगीरों को उठाना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक सरमथुरा रोड माइंस कांटे तिराहे की लाइट तो बरसों से बंद है, इसके अलावा प्रमुख चौराहों के साथ-साथ गलियां मोहल्लों में लगाई गई स्ट्रीट लाइट पूरी तरह से ठप हैं।
गांव आम का पुरा के मेघसिंह, दीनाराम, राजेंद्र, संतोषी आदि ने बताया कि गांव में के आम रास्ते में पानी भराव की समस्या एक-दो दिन पुरानी नहीं है बल्कि कई महीनों से बनी हुई है। बारिश के दिनों में अब पानी की इतनी अधिक मात्रा हो गई है कि गांव के आम रास्ते से निकलना मुश्किल हो गया है।
बालक के शव को बाड़ी अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गया। जहां उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा के निर्देश पर पोस्टमार्टम कराया गया है। घटना की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया बालक की नदी में डूबने से मौत हुई है।वही घटना को लेकर बालक के ताऊ धर्म सिंह ठाकुर का कहना है कि बालक नदी किनारे भैंसों को चराने गया था। इस दौरान नदी में पैर फिसलने से वह पानी में डूब गया और
जिस जमीन को उपयोग के लिए चिन्हित किया गया वह सरकारी जमीन थी। जिस पर बरसों से अवैध रूप से खेती की जा रही थी। जहां पर जीएसएस निर्माण का ठेका सुमाजा इलेक्ट्रिकल्स को दिया गया।