आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा तय होगी बाजार की चाल
नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की संभावना है
अमेरिका में उपभोक्ता व्यय बढ़ने और बढ़ती महंगाई की रफ्तार धीमी पड़ने से विदेशी बाजारों में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की लिवाली से 1.5 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी पर रहे घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह रिजर्व बैंक (आरबीआई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा से तय होगी।
मुंबई। अमेरिका में उपभोक्ता व्यय बढ़ने और बढ़ती महंगाई की रफ्तार धीमी पड़ने से विदेशी बाजारों में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की लिवाली से 1.5 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी पर रहे घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह रिजर्व बैंक (आरबीआई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा से तय होगी। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 884.57 अंक की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 55 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 55769.23 पर पहुंच गया। इसी तरह अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 231.85 अंक की तेजी लेकर 16584.30 अंक पर रहा।
बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली का बल रहा। सप्ताहांत पर मिडकैप 257.24 अंक मजबूत होकर 22774.98 अंक और स्मॉलकैप 762.57 अंक की छलांग लगाकर 26384.14 अंक पर पहुंच गया। विश्लेषकों के अनुसार अगले सप्ताह आरबीआई की चालू वित्त वर्ष की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा होने वाली है। महंगाई और आर्थिक विकास के मौजूदा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की संभावना है। इसका असर बाजार पर देखा जा सकेगा। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) एवं घरेलू संस्थागत निवेशकों के रुख की भी बाजार को दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
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