वैश्विक स्तर से मिले मजबूत संकेतों के बल पर घरेलू स्तर पर शेयर बाजार में तेजी रही, जिससे बीएसई का सेंसेक्स 462 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 143 अंकों की बढ़त हासिल करने में सफल रहा।
वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, यूटिलिटीज, तेल एवं गैस और पावर समेत 10 समूहों में हुई बिकवाली से सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट रही।
शेयर बाजार में गिरावट के दौर में मंगलवार को भी दबाव के साथ कारोबार की शुरुआत हुयी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 350.76 अंक गिरकर 52,495.94 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 97.15 अंकों का गोता लगाकर 15,674.25 अंक पर खुला।
अमेरिका में महंगाई के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से ब्याज दरों में तेजी वृद्धि की संभावना से निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरता हुआ 2.5 प्रतिशत से अधिक टूटकर ढेर हो गया।
वैश्विक बाजार की गिरावट के रुख से बीते सप्ताह 2.5 प्रतिशत से अधिक गिर चुका घरेलू शेयर बाजार अगले सप्ताह अमेरिका में महंगाई के उच्चतम स्तर पर पहुंचने की मार झेल सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, दूरसंचार, तेल एवं गैस, आईटी और टेक समेत सोलह समूहों में हुई मजबूत लिवाली की बदौलत सेंसेक्स और निफ्टी पिछले तीन दिन की गिरावट से उबरकर आधे प्रतिशत से अधिक की तेजी पर रहे।
अमेरिका में उपभोक्ता व्यय बढ़ने और बढ़ती महंगाई की रफ्तार धीमी पड़ने से विदेशी बाजारों में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की लिवाली से 1.5 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी पर रहे घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह रिजर्व बैंक (आरबीआई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा से तय होगी।
वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर रिलायंस, टाटा स्टील, एनटीपीसी, आईटीसी और एसबीआई समेत बीस दिग्गज कंपनियो में हुई लिवाली की बल पर सेंसेक्स और निफ्टी पिछले लगातार दो दिन की गिरावट से उबरकर आधे प्रतिशत से अधिक की बढ़त पर रहे।
वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर मारुति, रिलायंस, टीसीएस, इंफोसिस और एलटी समेत 20 दिग्गज कंपनियों में हुई बिकवाली से शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन भी गिरकर बंद हुआ।
अगर आप भी प्राइमरी मार्केट में इंटरेसट रखते हैं और आगे कंपनियों के आने वाले आईपीओ में निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह खबर जरूरी है। अब आईपीओ में सिर्फ सब्सक्रिप्शन बढ़ाने के मकसद से बोली लगाना आसान नहीं रह गया है। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने आईपीओ में बोली लगाने के नियम सख्त कर दिए हैं।
अमेरिका में उपभोक्ता व्यय बढ़ने और बढ़ती महंगाई की रफ्तार धीमी पड़ने से विदेशी बाजारों में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली की बदौलत शेयर बाजार 3 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।