अमेरिकी ऋण में बढ़ोतरी होने की चिंता से बाजार में भूचाल
निवेश धारणा को प्रभावित किया
विश्व बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से शेयर बाजार में भूचाल आ गया।
मुंबई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कर और व्यय विधेयक से अमेरिका के सार्वजनिक ऋण में भारी बढ़ोतरी होने तथा ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने की आशंका से विश्व बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से शेयर बाजार में भूचाल आ गया। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 644.64 अंक यानी 0.79 प्रतिशत का गोता लगाकर नौ कारोबारी सत्र के बाद 81 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 80,951.99 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 203.75 अंक अर्थात 0.82 प्रतिशत की गिरावट लेकर 25 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 24609.70 अंक पर बंद हुआ। हालांकि बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में मिलाजुला रुख रहा। इससे मिडकैप 0.33 प्रतिशत उतरकर 44,638.43 अंक रह गया जबकि स्मॉलकैप 0.17 प्रतिशत बढ़कर 51,289.32 अंक हो गया।
167 में कोई बदलाव नहीं हुआ : इस दौरान बीएसई में कुल 4086 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2178 में गिरावट जबकि 1741 में तेजी रही वहीं 167 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में कारोबार के लिए रखी गई कुल 2949 कंपनियों के शेयरों में से 1582 में बिकवाली जबकि 1275 में लिवाली हुई वहीं 92 में टिकाव रहा। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कर और व्यय विधेयक को लेकर नए संदेह खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस विधेयक के लागू होने से अमेरिका के पहले से ही भारी कर्ज में और बढ़ोतरी हो सकती है।
निवेश धारणा को प्रभावित किया :
विश्व बाजार के रुख ने घरेलू स्तर पर भी निवेश धारणा को प्रभावित किया। इस दौरान कमोडिटीज 0.09, सीडी 0.67, ऊर्जा 1.25, एफएमसीजी 1.25, वित्तीय सेवाएं 0.37, हेल्थकेयर 0.18, आईटी 1.09, यूटिलिटीज 0.77, आॅटो 0.87, बैंकिंग 0.27, कैपिटल गुड्स 0.21, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.07, धातु 0.44, तेल एवं गैस 1.13, पावर 0.81, रियल्टी 0.37, टेक 0.63 और फोकस्ड आईटी समूह के शेयर 1.19 प्रतिशत लुढ़क गए।

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