आरबीआई के नीतिगत निर्णय पर रहेगी बाजार की नजर, सेंसेक्स 270.07 अंक की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 81451.01 अंक पर हुआ बंद

निफ्टी 82.90 अंक की गिरावट लेकर 24750.70 अंक पर आ गया

आरबीआई के नीतिगत निर्णय पर रहेगी बाजार की नजर, सेंसेक्स 270.07 अंक की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 81451.01 अंक पर हुआ बंद

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 270.07 अंक अर्थात 0.33 प्रतिशत की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 81451.01 अंक पर बंद हुआ। 

मुंबई। वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेत और स्थानीय बाजार में सकारात्मक उत्प्ररेकों की अनुपस्थिति से निवेशकों की धारणा कमजोर पड़ने के दबाव में बीते सप्ताह आधे प्रतिशत से कम गिरे बाजार की अगले सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैक के निर्णयों पर नजर रहेगी। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 270.07 अंक अर्थात 0.33 प्रतिशत की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 81451.01 अंक पर बंद हुआ। 

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 102.45 अंक यानी 0.41 प्रतिशत टूटकर 24750.70 अंक पर आ गया। वहीं, समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में तेजी का रुख रहा। इससे मिडकैप 274.93 अंक अर्थात 0.61 प्रतिशत उछलकर 45136.35 अंक और स्मॉलकैप 891.83 अंक यानी 1.7 प्रतिशत की छलांग लगाकर 52413.25 अंक पर पहुंच गया। विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजारों ने लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट दर्ज की क्योंकि वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेत और स्थानीय स्तर पर सकारात्मक ट्रिगर्स की अनुपस्थिति ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी व्यापार नीतियों में अस्थिरता, विशेष रूप से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पारस्परिक व्यापार रणनीति की वापसी के संकेत, वैश्विक बाजारों में व्यापक आर्थिक चिंताओं को और गहरा सकते हैं, जिससे उभरते बाजारों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों के दम पर मजबूती दिखाई जबकि लार्जकैप कंपनियों के ब्लूचिप परिणाम अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके, जिससे इन शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा। विशेष रूप से निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी रियल्टी इंडेक्स ने दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों के चलते प्रमुख सूचकांकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार फिलहाल चौथाई फीसदी की दर कटौती को मूल्यांकन में शामिल कर चुका है, जिससे ब्याज दर के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों के लिए दृष्टिकोण सकारात्मक बनता है। घरेलू आर्थिक संकेतकों की बात करें तो परिदृश्य अपेक्षाकृत अनुकूल नजर आ रहा है। बेहतर मानसून पूर्वानुमान, सौम्य मुद्रास्फीति प्रक्षेपवक्र और 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की मजबूती (7.4 प्रतिशत) ने निवेशकों के लिए एक राहत का माहौल बनाया है, जो बाजार में गिरावट की गति को थामने में मदद कर सकता है।  अगले सप्ताह 06 जून को आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के निर्णय जारी होने वाले हैं। निवेशक महंगाई में नरमी और मजबूत आर्थिक विकास दर को ध्यान में रखते हुए ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत तक की एक और कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। अगले सप्ताह केंद्रीय बैंक के रुख पर बाजार की नजर रहेगी। वहीं, विश्लेषकों का मानना है कि संपूर्ण बाजार में स्थिरता तभी आ सकती है जब कॉर्पोरेट आय में स्थायी सुधार दिखे और वैश्विक व्यापार तनाव में कमी आए। तब तक निवेशकों को सतर्क रहते हुए मजबूत मौलिकताओं वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। 

बीते सप्ताह बाजार में दो दिन तेजी जबकि तीन दिन गिरावट रही। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ चल रही व्यापार (एजेंसी) की समय सीमा बढ़ाए जाने के वैश्विक स्तर पर व्यापार तनाव घटने की उम्मीद में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 455.37 अंक की छलांग लगाकर 82,176.45 अंक और निफ्टी 148.00  अंक की तेजी के साथ 25001.15 अंक पर बंद हुआ। वहीं, डोनालड ट्रम्प के कर-कटौती विधेयक से अमेरिका का राजकोषीय घाटा बढ़ जाने की आशंका के बीच स्थानीय स्तर पर हुई जबरदस्त मुनाफावसूली से मंगलवार को सेंसेक्स 624.82 अंक लुढ़ककर 81,551.63 अंक और निफ्टी 174.95 अंक का गोता लगाकर 24826.20 अंक रह गया।  विश्व बाजार की भारी गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर एफएमसीजी, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और धातु समेत तेरह समूहों में हुई बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स 239.31 अंक की गिरावट लेकर 81,312.32 अंक और निफ्टी 73.75 अंक टूटकर 24752.45 अंक पर आ गया।  अमेरिकी संघीय न्यायालय के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रस्तावित ‘लिबरेशन डे’ टैरिफ पर रोक लगाने से विश्व बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत गुरुवार को सेंसेक्स 320.70 अंक की छलांग लगाकर 81,633.02 अक और निफ्टी 81.15 अंक चढ़कर 24833.60 अंक पर पहुंच गया।  भारत में समाप्त वित्त वर्ष के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के जारी होने वाले आंकड़े को लेकर निवेशकों की सतर्कता बरतते हुए की गई चौतरफा बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स 182.01 अंक टूटकर 81,451.01 अंक और निफ्टी 82.90 अंक की गिरावट लेकर 24750.70 अंक पर आ गया। 

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