रास्ते पर फैला कीचड़, पैदल चलना भी दूभर
सुविधाओं के अभाव में गांव से पलायन को मजबूर हो रहे ग्रामीण , तीन साल से गणेशपुरा से चौसला के रास्ते पर बदहाली, पंचायत नहीं दे रही ध्यान
क्षेत्र के आकोदिया पंचायत के गांव गणेशपुरा से चौसला तक का रास्ता तीन साल से बदहाल हो रहा है। थोड़ी सी बरसात से इस मार्ग पर कीचड़ होने से किसानों और ग्रामीणों का आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पनवाड़। क्षेत्र के आकोदिया पंचायत के गांव गणेशपुरा से चौसला तक का रास्ता तीन साल से बदहाल हो रहा है। थोड़ी सी बरसात से इस मार्ग पर कीचड़ होने से किसानों और ग्रामीणों का आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में पंचायत भी ध्यान नहीं दे रही है। आजादी के पहले से बसे गांव चौसला में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में ग्रामीण गणेशपुरा गांव में पलायन कर गए। लेकिन गांव में बने मंदिरों में पूजा व खेतों में जाने के लिए लोगों को इसी रास्ते से होकर आना जाना पड़ता है। गांव के जितेंद्र मेहता, सीताराम, कमल, कुलदीप मेहता ने बताया कि गणेशपुरा से चौसला गांव में देवी देवताओं और पूर्वजों की पूजा करने व खेती का माल चौसला में होने के कारण सड़क सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। खेतों पर जाने के लिए रास्ते में कीचड़ होने के कारण ना तो बाइक जा पाती है और ना ही साइकिल। खेतों की हंकाई जुताई के लिए भी ट्रैक्टर-ट्रॉली ले जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। गणेशपुरा से चौसला तक आजादी के 75 सालों से आज तक कच्ची सड़क है। बरसात के समय में इस मार्ग पर घुटनों तक पानी रहता है। पंचायत को अवगत करवाने के बाद भी आज तक सड़क पर ग्रेवल जैसी सुविधाएं नहीं मिली हैं। जिसके कारण बरसात में कीचड़ में होकर गुजरना पड़ता है। इस समस्या के बारे में पंचायत को कई बार अवगत भी करवाया गया। लेकिन समस्या का आज तक समाधान नहीं हुआ।
पलायन को मजबूर हुए लोग: ग्रामीणों ने बताया कि यह गांव आजादी के पहले से बसा हुआ था। लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में वहां से लोग पलायन कर गणेशपुरा गांव में आकर बस गए। यहां बसने के बाद पूर्वजों की संपत्ति, मंदिर, खूंटखेड़ा आज भी मौजूद हैं। जिसकी पूजा करने गणेशपुरा से लोग वहां जाते हैं।
पूर्वजों के बनाए हुए मंदिर खूंटखेड़ा आज भी चौसला में मौजूद हैं। इसके कारण ग्रामीणों को उनकी पूजा करने जाने के लिए सड़क नहीं होने के कारण परशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
-कपिल मेहता, भाजपा युवा मोर्चा सदस्य
कच्ची सड़क पर बारिश में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दिन हो या रात पैदल ही कीचड़ में होकर खेतों पर जाना पड़ता है।
-जितेंद्र मेहता, ग्रामीण
चौंसला सड़क सेंक्शन नहीं है। सेंक्शन होने के बाद ग्रेवल डलवा देंगे।
-दुर्गाशंकर नागर, सेक्रेटरी, आकोदिया पंचायत
ग्रामीणों की ओर से अब तक तो कोई शिकायत नहीं मिली है। लिखित में शिकायत आने पर जल्द से जल्द गणेशपुरा से चौसला जाने वाले इस रास्ते पर ग्रेवल करवा दिया जाएगा।
-भानुप्रताप हाड़ा, विकास अधिकारी खानपुर पंचायत समिति
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