लंपी का प्रभाव हो रहा है कम, लोगों को करना होगा जागरूक : गहलोत
आयुर्वेद की जानकारी भी लोगों तक पहुंचानी होगी
गहलोत ने कहा कि लंपी बीमारी और बाढ़ कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। सभी को साथ मिलकर लड़ाई लड़नी होगी।
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लंपी बीमारी का प्रभाव अब कम हो रहा है। लंपी बीमारी जानवरों से लोगों में नहीं फैलती। इसे लेकर लोगों को जागरूक करना होगा। इसके साथ ही आयुर्वेद की जानकारी भी लोगों तक पहुंचानी होगी। मुख्यमंत्री निवास पर लंपी बीमारी की रोकथाम के लिए वर्चुअल समीक्षा बैठक में गहलोत संबोधित कर रहे थे। बैठक में मंत्री, विधायक, सांसद, जिला प्रमुख और जिला परिषद सदस्य, दुग्ध डेयरी के अध्यक्ष, नगर निगम नगर पालिका और नगर परिषदों के जनप्रतिनिधि वर्चुअली जुड़े। गहलोत ने कहा कि लंपी बीमारी और बाढ़ कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। सभी को साथ मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। प्रदेश में 70 साल बाद ईतनी बारिश हुई है,लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई। प्रशासन और एसडीआरएफ ने बहुत अच्छा काम किया है। लंपी बीमारी की अभी कोई दवा नहीं बनी है। वैक्सीन का भी अभी कोई पता नहीं है। आयुर्वेदिक तरीके से ही उपचार के दिशा निर्देश दिए गए है। इस बीमारी का फिलहाल प्रभाव घट रहा है। सभी को साथ लेकर इस बीमारी का इलाज करना होगा। लोगों को इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह बीमारी मनुष्य में नहीं फैलती। आयुर्वेदिक पद्धतियों से इलाज करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। लोगों को भी यह जानकारी पहुंचा कर जागरूक किया जाए। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया केंद्र सरकार को हमारी बात पहुंचा कर इस बीमारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराएं।
मोदी करे शांति की अपील
गहलोत ने कहा कि ग्रामीण खेलों में सभी मिलकर खेले, इससे आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है। सदन में सभी दलों के नेताओं में बहस होती है, लेकिन जब वही नेता आपस में गेम खेलते हैं तो माहौल अलग होता है। देश में चिंताजनक माहौल है। राजस्थान में कई जगह छोटे-मोटे दंगे हुए थे लेकिन राज्य सरकार ने समय रहते सब कुछ नियंत्रित कर लिया। देश में जारी हिंसा के माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शांति की अपील करनी चाहिए।
पशुपालकों को मिले राहत
बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि लोगों को लंपी बीमारी से जागरूक करना जरूरी है। राज्य सरकार की तरफ से पशुपालकों को राहत मिलनी चाहिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि लंपी बीमारी कोरोना जैसी चुनौती है। पशुधन इलाज से जुड़े स्टाफ की कमी है। यह बीमारी दूसरे पशुओं में भी फैल रही है। गौशालाओं को सक्षम बनाने के साथ ही किसानों के नुकसान का भी ध्यान रखना होगा। गायों के मरने पर उनको अनुदान दिया जाना चाहिए। पशु मेलों के आयोजन को ध्यान में रखते हुए सेस टैक्स की उपयोगिता पर भी सरकार ध्यान दें।
अभी तक लगा चुके 4 लाख वैक्सीन
गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि इस बीमारी को लेकर राजस्थान में स्थिति नियंत्रण में है। सरकार ने 8 लाख वैक्सीन आर्डर किए थे इनमें से छह लाख वैक्सीन मिल चुकी। पशुओं को 4 लाख वैक्सीन लगाई जा चुकी है। राज्य सरकार गोवंश को बचाने का पूरा प्रयास कर रही है। गौशालाओं में व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निर्देशन में कमेटी बना दी गई है।
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