तीसरी लहर की संभावना कम, आएगी भी तो ज्यादा घातक नहीं होगी : सिंह
वायरस के वेरिएंट पर भी काफी कुछ करेगा निर्भर, कोरोना के किसी भी वेरिएंट से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार अभी भी मास्क, करनी होगी कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की पालना
जयपुर। प्रदेश में जिस तेजी से फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि कोरोना एक बार फिर से अपने रंग में आ गया है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के मामले बढ़ने का बड़ा कारण आमजन की ओर से त्योहारी सीजन में बरती गई लापरवाही है। साथ ही सब कुछ अनलॉक होने के बाद कोरोना के मामलों में कुछ उछाल आना स्वभाविक है। मुख्यमंत्री कोविड सलाहकार समिति के सदस्य और वरिष्ठ अस्थमा रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद काफी संख्या में लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है और लोगों में अब एंटीबॉडी भी डवलप हो गई है। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना काफी कम हैउऔर इसका नतीजा है कि दोनों डोज लगवाने वाले लोगों में भी कोरोना ज्यादा गंभीर नहीं है और लोग घर में ही ठीक हो रहे हैं। साथ ही आने वाले समय में वैक्सीनेशन का आंकड़ा और बढ़ेगा और ऐसे में लोगों में हर्ड इम्यूनिटी भी डवलप होगी जिससे कोरोना का असर कम हो जाएगा।
बच्चों में भी एंटीबॉडी होने लगी डवलप
डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने बच्चों में कोरोना के मामलों को लेकर कहा कि दिल्ली में जो सीरो सर्वे हुआ है उसके नतीजों में यह बात सामने आई है कि व्यस्कों के साथ ही बच्चों में भी एंटीबॉडी डवलप हो गई है। इसका कारण है कि कोरोना काल में बिना लक्षणों वाले मरीज भी देखे गए जिनमें बच्चे भी शामिल थे। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर आती भी है तो बच्चों पर भी प्रभाव काफी कम रहेगा। यही बात राजस्थान और जयपुर के मामले में भी देखी गई है कि यहां भी व्यस्कों के साथ ही बच्चों में भी एंटीबॉडी डवलप होने लगी है और ज्यादातर बच्चे लक्षण और बिना लक्षणों के कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में कोरोना अब ज्यादा गंभीर असर नहीं दिखाएगा।
वेरिएंट का लगाया जा रहा है पता
डॉ. सिंह ने बताया कि अभी एसएमएस मेडिकल कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जिनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है और कोरोना के वेरिएंट का पता लगाया जा रहा है। जब वेरिएंट का पता चलेगा तो यह बात भी साफ हो जाएगी कि वेरिएंट नया है या पुराना और कितना असरकारक है। हालांकि इसमें अभी समय लगेगा।
फिर मिले पांच पॉजिटिव
जयपुर में बुधवार को भी कोरोना मरीजों की संख्या में उतार चढ़ाव जारी रहा। एक दिन में पांच नए पॉजिटिव मिले और महज एक मरीज रिकवर होकर डिस्चार्ज हुआ। शहर के चांदपोल से 1, सिविल लाइंस से 1, गोविंदगढ़ से 1, मानसरोवर से 1 और वैशाली नगर से 1 केस पॉजिटिव मिला है। इसके साथ ही जयपुर में कोरोना के मामले बढ़कर एक लाख 87 हजार 877 हो गए हैं। एक्टिव केस फिर बढ़कर 55 पर पहुंच गए हैं।
Comment List