अवैध बसों का डेरा, रोडवेज को हो रहा है राजस्व का नुकसान
यह क्षेत्र नो पार्किंग जोन घोषित है
विभाग इन बसों पर नाम मात्र की कार्रवाई करता है। अधिक अवैध बसें दिल्ली रूट पर चलती है।
जयपुर। सिंधीकैंप बस स्टैंड पर अवैध बसों का डेरा लगा रहता है। इस कारण लोगों को परेशानी के साथ रोडवेज प्रशासन को हर महीने लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। यह क्षेत्र नो पार्किंग जोन घोषित है। इसके बावजूद बसों का संचालन हो रहा है। परिवहन विभाग इन बसों पर नाम मात्र की कार्रवाई करता है। अधिक अवैध बसें दिल्ली रूट पर चलती है। इसकी डिपो मैनेजरों ने सूची बनाकर मुख्यालय को भी भेजी है। तत्कालीन कलेक्टर राजेश्वर सिंह ने 2006 मेंराजस्थान मोटर व्हीकल नियम के तहत जयपुर शहर में चांदपोल से रेलवे स्टेशन, गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहा से वनस्थली मार्ग को भारी वाहनों के लिए नो पार्किंग जोन घोषित किया था। इसी आदेश में चांदपोल से रेलवे स्टेशन के बीच मिनी बस (सिटी बस) व रोडवेज बसों के लिए सिंधीकैंप, पोलो विक्ट्री व खासा कोठी तथा गवर्नमेंट हॉस्टल से चांदपोल के बीच वनस्थली मार्ग तिराहा व सिटी सेंटर को बस स्टैंड घोषित किया था।
नहीं निकल सकती रोडवेज की बस
सिंधीकैंप बस स्टैंड के बाहर निजी व लोक परिवहन सेवा की बसें यहां-वहां रहती हैं। इन निजी बसों के कारण रोडवेज को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। रोडवेज प्रशासन को अधिक राजस्व दिल्ली रोड पर चलने वाली बसों से ही मिलता है।
सिंधीकैंप पर संचालित निजी बसों से रोडवेज को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इन पर कार्रवाई के लिए परिवहन विभाग को पत्र लिखा जाएगा।
- नथमल डिडेल, एमडी रोडवेज
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