
कोरोना के बाद अब h3n2 वायरस का खतरा, दम निकाल रही खांसी
श्वसन तंत्र और फेफड़ों को पहुंचा रहा है नुकसान
यह एक तरह का स्वाइन फ्लू की प्रजाति का वायरस है। यह सांस संबंधी बीमारी और संक्रमण है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से हो सकता है।
ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। कोरोना संक्रमण के बाद अब एच-3 एन-2 वायरस का संक्रमण देश में फैलने लगा है। हालांकि ये काफी पुराना वायरस है लेकिन एच-3 एन-2 इसका एक सब वैरिएंट है।
देश ही नहीं बल्कि प्रदेश और राजधानी जयपुर में भी सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या अच्छी खासी है। यही वजह है कि इसको लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड पर हैं। एच-3 एन-2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा है। यह फ्लू एक संक्रामक श्वसन वायरस है जो नाक, गले, ऊपरी श्वसन पथ और फेफड़ों को भी प्रभावित करता है। ये वायरस आमतौर पर सर्दी में ज्यादा फैलता है।
यह एक तरह का स्वाइन फ्लू की प्रजाति का वायरस है। यह सांस संबंधी बीमारी और संक्रमण है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से हो सकता है। इस वायरस के कारण श्वसन तंत्र ज्यादा प्रभावित होता है जिससे निमोनिया हो सकता है जो बिगड़ने पर मौत का कारण भी बन सकता है।
क्या है इस वायरस के लक्षण
इसमें काफी लंबे समय तक खांसी या गले में इंफेक्शन, सर्दी, जुकाम, बुखार, नाक बहना जैसी परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही उल्टी, जी घबराना, गले के साथ-साथ शरीर में दर्द और दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है।
इन्हें है फ्लू का ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार 65 और उससे अधिक उम्र के लोगों, पांच साल से छोटे बच्चों और गर्भवती को इस वायरस के कारण होने वाले फ्लू का जोखिम अधिक होता है। इसके अलावा जो लोग अस्थमा, डायबिटीज और ह्दय रोग से पीड़ित हैं या जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है वे भी फ्लू से जल्दी संक्रमित हो सकते हैं। इस वायरस के संक्रमण का पता कोरोना संक्रमण या स्वाइन फ्लू की तरह नाक और गले से स्वाब का सैंपल लेकर जांच करने पर पता चल सकता है।
फ्लू वैक्सीन है कारगर, हर साल लेनी पड़ती है
इस वायरस से बचाव के लिए सामान्य फ्लू यानी इंन्फ्लूएंजा की वैक्सीन लेनी होती है। कोरोना वैक्सीन का इस वायरस पर कोई असर नहीं होता है। ऐसे में इस वायरस से बचने के लिए विशेषज्ञ हर साल फ्लू वैक्सीन लेने की सलाह देते हैं।
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List