20 साल से बिस्तर पर सिमटी थी जिंदगी, सर्जरी बाद मिला नया जीवन
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीड़ित था मरीज
20 साल से बिस्तर पर ही जिंदगी गुजारने को मजबूर 28 वर्षीय युवक को जटिल सर्जरी कर नया जीवन मिला है।
जयपुर। 20 साल से बिस्तर पर ही जिंदगी गुजारने को मजबूर 28 वर्षीय युवक को जटिल सर्जरी कर नया जीवन मिला है। युवक एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस बीमारी से पीड़ित था, जिसके कारण उसका दायां कूल्हे का जोड़ फ्यूज्ड हो चुका था। इससे न तो वह चल पा रहा था और न ही ठीक से बैठ पाता था। शैल्बी हॉस्पिटल के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. धीरज दुबे ने अत्याधुनिक तकनीक से मरीज के अविकसित हिप जॉइंट को दोबारा बनाया और सर्जरी कर उसे फिर से चलने योग्य बना दिया। डॉ. दुबे ने बताया कि ऐसे केस में मरीज की सामान्य जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी नहीं हो सकती। इस केस में कूल्हे के जोड़ को दोबारा बनाने के लिए डबल विंडो एक्सपोजर तकनीक का उपयोग कर मरीज को विशेष तरह का ड्यूल मोबिलिटी कप जॉइंट लगाया गया, ताकि जोड़ की चाल सामान्य हो सके।
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