बिक्री पर्ची बनाने से पहले भेजनी होगी सेल्फी

कोटा में 9 केंद्रों पर होगी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद

बिक्री पर्ची बनाने से पहले भेजनी होगी सेल्फी

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चने और सरसों की खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी। लेकिन इस बार किसान केंद्रों पर उपज को आसानी से नहीं बेच सकेंगे। क्योंकि, विभाग ने खरीद में काफी पेचिदगियां कर दी है। खातेदार किसान को स्वयं केंद्र पर उपस्थिति होकर उपज बेचनी होगी।

कोटा। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चने और सरसों की खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी। सरकार ने चने का समर्थन मूल्य 5230 और सरसों के 5050 रुपए प्रति क्विंटल तय किए हैं, लेकिन इस बार किसान केंद्रों पर  उपज को आसानी से नहीं बेच सकेंगे। क्योंकि, विभाग ने खरीद में काफी पेचिदगियां कर दी है। खातेदार किसान को स्वयं केंद्र पर उपस्थिति होकर उपज बेचनी होगी।  ब्रिकी पर्ची बनाने से पूर्व कंप्यूटर आॅपरेटर को वेब कैमरे से संबंधित किसान की सेल्फी विभाग के पास भेजनी होगी। अधिकारियों का कहना है कि खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए ऐसा किया है। पूर्व में अन्य किसान भी आकर उपज बेच देते थे। ऐसे में फजीर्वाड़ा होने की नौबत रहती थी, लेकिन इस बार परिवर्तन कर दिया गया है। उनका कहना है कि राजफेड विभाग ने खरीद केंद्रों पर बेव कैमरे भी लगाए हैं। इन कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। कार्मिकों को भी पारदर्शिता से कार्य करना होगा। उनकी हर गतिविधियां कैमरे में रिकार्ड की जाएगी। बताया जा रहा है कि केंद्रों पर पुलिस बल भी तैनात किया जा सकता है।

इस तरह अपनाई जा रही प्रक्रिया
पंजीयन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक ही हो रहा है। इस दौरान खातेदार की गिरदावरी मान्य की गई। पंजीयन इस बार जन आधार कार्ड से हो रहा है। जन आधार कार्ड भी पंजीयन के लिए अनिवार्य है। साथ ही एक ही मोबाइल से पंजीयन होगा। एक मोबाइल से अधिक पंजीयन करवाने पर मान्य नहीं होगा। यहां तक ई-मित्र संचालक पर कार्रवाई भी की जा सकती है। बायोमैट्रिक और ओटीपी से भी पंजीयन किया जा रहा है।

बार बार अटक रहा सर्वर
काफी मशक्कत के बाद चने और सरसों की खरीद के लिए पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ हुई, लेकिन राजफैड का सर्वर बार बार अटक रहा है। किसान ई-मित्र की दुकानों पर पंजीयन करवाने के लिए पहुंच तो गए, लेकिन पंजीयन नहीं करवा सके। क्योंकि, साइट ही डाउन हो गई। कुछ केंद्रों पर लिमिट भी पूरी बता दी। जबकि, पंजीयन का प्रथम दिन था। इसके चलते किसानों को काफी परेशानी हुई। अधिकांश किसान तो पंजीयन करवाएं बिना ई-मित्र दुकानों से वापस लौट गए।

कोटा जिले में बनाए 9 केंद्र
चने की खरीद के लिए राजफेड ने कोटा जिले में 9 केंद्र बनाए हैं। इनमें कोटा, रामगंजमंडी, इटावा, सांगोद, सुल्तानपुर, बपावर, सुकेत, और चेचट बनाए हैं। जबकि, गेहूं की खरीद के लिए 39 केंद्र है। चने और सरसों की खरीद की घोषणा कर दी गई है। किसानों को पंजीयन के लिए वेबपोर्टल पर लिमिट पूरी होने के मैसेज मिल रहे हैं। ऐसे में किसानों को परेशानी हो रही है।

इधर, बटाइदारों को हो रही दिक्कत
राजफेड की ओर से खरीद में लागू किए गए नए नियमों में सर्वाधिक परेशानी बटाई पर खेती करने वाले किसानों को रही है। अनुमान के अनुसार जिले में 60 फीसदी खेती बटाई पर होती है। ऐसे में समर्थन मूल्य पर इन किसानों की खरीद नहीं हो रही है। इन किसानों ने बटाई से पूर्व का सहमति पत्र मांगा जा रहा है। साथ ही पंजीयन के दौरान कई प्रक्रिया पूरी करवाई जा रही है। ऐसे में इनको खासी दिक्कत हो रही है।

ये हैं चने और सरसों के लिए केंद्र
. कोटा
. रामगंज मंडी
. इटावा
. सांगोद
. सुल्तानपुर
. बपावर
. सुकेत
. चेचट
. खातौली

इनका कहना है।
इस बार चने और सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए 9 केंद्र बनाए गए हैं। इसके लिए पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई। विभाग की गाइडलाइन के अनुसार खरीद की जानी है।
- विष्णु दत्त शर्मा, लेखांकन अधिकारी, राजफैड, कोटा

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