छह गांवों में नेटवर्क नहीं, ऑनलाइन काम के लिए दस किमी दूर जाने की मजबूरी

ऑनलाइन कार्य के लिए समय और पैसा होता है बर्बाद , तलवास से देई जाना पड़ता है

छह गांवों में नेटवर्क नहीं, ऑनलाइन काम के लिए दस किमी दूर जाने की मजबूरी

बूंदीजिले के नैनवां उपखंड में पहाड़ियों के बीच बसे तलवास ग्राम पंचायत क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से यहां के युवाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास के एक ही नहीं छह गांवों में यह समस्या बनी हुई है। यहां पर जब भी कोई आॅनलाइन कार्य होता है तो ग्रामीणों को दस किमी दूर देई जाना पड़ता है।

करवर। बूंदी जिले के नैनवां उपखंड में पहाड़ियों के बीच बसे तलवास ग्राम पंचायत क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से यहां के युवाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास के एक ही नहीं छह गांवों में यह समस्या बनी हुई है। यहां पर जब भी कोई आॅनलाइन कार्य होता है तो ग्रामीणों को  दस किमी दूर देई जाना पड़ता है। जिससे समय के साथ पैसा भी बर्बाद होता है। नेटवर्क के अभाव से हजारों स्मार्टफोन यूजर्स का नेट के खर्चे का पैसा व्यर्थ जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि तलवास गांव में बीएसएनल का टावर लगा हुआ है इसके अलावा किसी अन्य कंपनी का नेटवर्क कस्बे में नहीं आता कस्बे सहित आधे दर्जन गांव में नेटवर्क सुविधा उपलब्ध नहीं होने से यहां के युवा इस आधुनिकता के युग में काफी पिछड़े हुए हैं।

मोबाइल व नेट रिचार्ज की राशि व्यर्थ
पंचायत क्षेत्र में लगभग 2 से 3 हजार स्मार्टफोन यूजर है जो नेट के लिए  रिचार्ज कराते हैं, लेकिन नेटवर्क समस्या के चलते नेट काम नहीं करता ऐसे में रिचार्ज की राशि व्यर्थ चली जाती है। और कॉल ड्रॉप  की समस्या भी काफी बनी रहती है। बीएसएनएल से बीएसएनएल बात करने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है उधर नेटवर्क पर तो बात करना काफी मुश्किल का काम है।

इन गांव में नहीं है नेटवर्क
तलवास पंचायत के आतरी क्षेत्र के नीमखेड़ा,गुदली, बंथली, बांसी, हीरापुर सहित एक दर्जन गांव का मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से आपस में किसी से जुड़ा हो तक नहीं है।

नहीं होते आॅनलाइन कार्य
क्षेत्र में बीएसएनएल का ही नेटवर्क काम करता है। उसकी भी स्पीड बहुत कम है ,इसलिए यहां के उपभोक्ताओं को आॅनलाइन कार्य के लिए देई जाना पड़ता है। यहां पर सरकारी संस्थाओं में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उच्च माध्यमिक विद्यालय ,बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, क्षेत्रीय ग्रामीण बड़ौदा बैंक, ग्राम सरकारी समिति, मिनी बैंक व ई मित्र संचालक सहित हजारों उपभोक्ता बीएसएनएल के नेटवर्क पर ही निर्भर है।

गांव में बीएसएनएल का ही नेटवर्क है, सबसे ज्यादा राजस्व भी यहां से ही मिलता है। उसके बावजूद भी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारियों का ध्यान नहीं होने से नेटवर्क की समस्या बनी हुई है जिससे यहां के हजारों मोबाइल यूजर्स नेटवर्क की परेशानी जेल रहे हैं।
सत्येंद्र शर्मा ,समाज सेवक

गांव में नेटवर्क की समस्या है कॉल ड्रॉप भी  बार-बार होती है। आॅनलाइन कार्य के लिए देई जाना पड़ता है। हजारों स्मार्टफोन यूजर्स का नेट के खर्चे का पैसा व्यर्थ जा रहा है।
मूलचंद शर्मा,सचिव, ग्राम विकास समिति तलवास

नेटवर्क समस्या के बारे में बीएसएनएल के उच्च अधिकारियों से बात करके सर्वे करवाया था, लेकिन नए टावर अभी नहीं लग रहे है। मैंने टावर की रेंज बढ़ाने के लिए कहा था जिससे क्षेत्र के लोगों को नेटवर्क की समस्या ना हो और अन्य कंपनियों से बात चल रही है। जल्दी ही नेटवर्क की समस्या का समाधान होगा।
 चंद्रकांता मेघवाल,विधायक

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