पाकिस्तान: जांचकर्ताओं ने की 27 लाख नागरिकों का डेटा चोरी होने की पुष्टि
डेटा की चोरियां 2019 से 2023 के बीच की गयीं थी। सूत्रों के मुताबिक डेटा चोरी मुल्तान, कराची और पेशावर शहरों में नादरा कार्यालयों में हुई है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण (नादरा) से 27 लाख लोगों के डेटा चोरी होने की रिपोर्ट बुधवार को आंतरिक मंत्रालय के समक्ष पेश की। जियो न्यूज के प्रसारक ने यह जानकारी दी।
जियो न्यूज ने बताया जेआईटी ने अपनी जांच में पाया कि इन डेटा की चोरियां 2019 से 2023 के बीच की गयीं थी। सूत्रों के मुताबिक डेटा चोरी मुल्तान, कराची और पेशावर शहरों में नादरा कार्यालयों में हुयी है।
जांचकर्ताओं ने डेटा चोरी के संबंध में जांच करते हुए पाया कि डेटा को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई भेजा जा रहा था। जेआईटी रिपोर्ट ने संकेत दिया कि इस बात के सबूत हैं कि डेटा कथित तौर पर अर्जेंटीना और रोमानिया में बेचे गये थे। इसने नादरा के उन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी सिफारिश की जिनकी लापरवाही के कारण डेटा चोरी हुए।
जेआईटी का नेतृत्व पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी के साइबर अपराध विभाग के निदेशक ने किया। इसमें आंतरिक मंत्रालय, दूरसंचार प्राधिकरण और सैन्य खुफिया के अधिकारी भी शामिल हैं।
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