निगम की सभी पशु एम्बुलेंस खराब

घायल व बीमार पशुओं को लाने में हो रही परेशानी

निगम की सभी पशु एम्बुलेंस खराब

गौशाला में जहां बीमार व घायल पशुओं के लिए पर्याप्त व आवश्यक दवाएं तक नहीं है।

कोटा। लोकसभा आम चुनाव आचार संहिता की आड़ लेकर नगर निगम जैसे आमजन से जुड़े विभाग में जनहित के काम भी नहीं किए जा रहे हैं। हालत यह है कि दोनों निगम की तीन पशु एम्बूलेंस हैं जो सभी खराब पड़ी हुई है। जिससे घायल व बीमार पशुओं को लाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोकसभा आम चुनाव की आचार संहिता मार्च के दूसरे सप्ताह में लागू हुई थी। प्रदेश में दो चरणों में होने वाले मतदान का आखरी चरण भी शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा। लेकिन आचार संहिता का डंडा अभी जारी रहेगा। निर्वाचन आयोग के अनुसार आचार संहिता देश में लोकसभा चुनाव के सभी 7 चरण पूरे होने व 4 जून को मतगणना होने के बाद ही हटेगी।  ऐसे में आचार संहिता की आड़ लेकर कई आवश्यक काम भी अटके हुए हैं। नगर निगम कोटा दक्षिण गौशाला समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण के पास तीन पशु एम्बूलेंस है। जिनमें से एक कोटा उत्तर में और दो कोटा दक्षिण निगम में है। इनका उपयोग एक्सीडेंट में घायल व बीमार और प्रसव पीड़ा भुगत रही गायों को लाने में किया जाता है। जहां से भी सूचना आती है वहां एम्बूलेंस भेजकर पशुओं को या तो गौशाला पहुंचाया जाता है या पशु चिकित्सालय में। 

दवाओं के साथ हरे चारे का भी टोटा
गौशाला में जहां बीमार व घायल पशुओं के लिए पर्याप्त व आवश्यक दवाएं तक नहीं है। वहीं अब हरे चारे का भी टोटा हो रहा है। गौशाला समिति अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि  गौशाला में दवाएं खत्म हो गई है। आचार संहिता के चलते दवाओं का टेंडर नहीं हुआ। ऐसे में दान दाताओं के सहयोग से दवाओं की व्यवस्था की जा रही है। वहीं पिछले कई दिन से गौशाला व कायन हाउस में हरे चारे की सप्लाई ही नहीं हो रही है। इस संबंध में भी अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। इधर नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि कोटा उत्तर की एक एम्बूलेंस को हाल ही में ठीक करवाया है। जो खराब है उन्हें भी चुनाव  के बाद ठीक करवा देंगे।  

नई एम्बुलेंस भी खराब
सिंह ने बताया कि पहले कोटा उत्तर व दक्षिण में एक-एक एम्बूलेंस  थी। कुछ समय पहले ही दक्षिण निगम में एक नई एम्बूलेंस ली थी। हालत यह है कि पुरानी एम्बूलेंस तो छोटी-छोटी तकनीकी खामियों के चलते काफी समय से खराब पड़ी हुई है। जबकि कोटा दक्षिण की नई एम्बूलेंस भी खराब हो गई है। 

रोजाना 10-15 शिकायतें
ऐसे में शहर में घायल व बीमार पशुओं को उठाने की सूचनाएं आ रही हैं लेकिन एम्बूलेंस नहीं होने से उन्हें न तो गौशाला लाया जा रहा है और न ही पशु चिकित्सालय पहुंचाया जा रहा है। ऐसे रोजाना 10 से 15 सूचनाएं आ रही है। सिंह का कहना है कि इस संबंध में गौशाला प्रभारी से लेकर निगम के अधिकारियों व आयुक्त तक को अवगत कराया जा चुका है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सभी अधिकारी चुनाव में व्यस्त हैं। 

Read More दो साल में 86 हजार हैंडपंप सूखे

Post Comment

Comment List

Latest News